नई दिल्ली: कश्मीर में एक पत्थरबाज को अपने जीप से बांधने के बाद चर्चाओं में आए मेजर लीतुल गोगोई के खिलाफ सेना अनुशासनात्मक कार्रवाई करेगी। सेना ने अपनी जांच में लीतुल गोगोई को स्थानीय लोगों को डराने और ड्यूटी पर होते हुए भी कार्यस्थल पर मौजूद नहीं होने का दोषी पाया है। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कुछ दिनों पहले कहा था कि मेजर गोगोई यदि जांच में दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
मामला श्रीनगर के एक होटल से जुड़ा है। मेजर गोगोई एक युवती के साथ दाखिल होना चाहते थ,े लेकिन होटल के स्टॉफ ने ऐसा करने से मना कर दिया, जिसके बाद वहां झगड़ा हो गया था। 2017 में बोनट पर एक स्थानीय शख्स को बांधने के मामले में मेजर गोगोई सुर्खियों में आए थे। उनके इस कृत्य की कड़ी आलोचना हुई थी। लेकिन, सेना ने साफ कर दिया था कि दूसरे फौजियों को हिंसक भीड़ से बाहर निकालने के लिए सिर्फ वही रास्ता था। लेकिन, इस बार मामला थोड़ा अलग है। सेना ने अपनी जांच में मेजर लीतुल गोगोई को अनुशासन तोड़ने का दोषी पाया है।
मेजर गोगोई के बारे में जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि सेना में किसी भी स्तर का अधिकारी या कर्मचारी हो उसकी गलत हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। गलती करने वाले फौजियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बिपिन रावत ने ये भी कहा था कि अगर मेजर गोगोई ने कुछ गलत काम किया होगा तो वो भरोसा दिला सकते हैं कि उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। कार्रवाई भी ऐसी होगी जो दूसरे लोगों के लिए नजीर बनेगी।