मसूरी: मसूरी एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे उत्तराखण्ड पलायन आयोग उपाध्यक्ष शरद सिंह नेगी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि, प्रदेश सरकार पलायन को लेकर काफी गंभीर है, जिसको रोकने के लिये लगातार प्रयास किया जा रहा है।
उन्होने कहा कि, युवा पीढियों को पहाड में रहकर रोजगार और व्यवसाय करने के लिये प्रेरित करनेकी जरूरत है। जिस तरह युवा गुजरात और महाराष्ट्र में स्वरोजगार के तहत अपना व्यवसाय शुरू कर रहे हैं, उसी तरह उत्तराखण्ड के युवाओं को भी स्वरोजगार की ओर अग्रसर होना चाहिये, क्योंकि प्रदेश की अर्थव्यवस्था बडी तेजी के साथ बढ़ रही है ऐसे में युवाओं को इसे सहयोग करना चाहिये, अन्यथा वह बहुत पीछे छूट जाएंगे।
नेगी ने कहा कि, प्रदेश से पलायन का प्रमुख कारण पहाड में रोजगार के साथ शिक्षा और स्वास्थ्य की सुविधाएं उपलब्ध ना होना व पहाड में खेती ना होना है। उन्होने कहा कि, पहाड में वहीँ के लोगों को सरकार के सहयोग से उद्योग लगाने होंगे, जिससे कुछ हद तक पलायान रूक पायेगा। इसके आलावा कहा कि हाल ही में सरकार द्वारा प्रदेश में इवेस्टर मीट कराया गया, जिसमें कई उद्योगपतियों ने पर्यटन के क्षेत्र में उद्योग लगाने में रूची दिखाई है और आने वाले समय में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होने कहा कि, पहाड में होम स्टे, साहसिक पर्यटन के साथ पहाड़ों में नदियों में राफ्टिंग का काम तेजी से बढ रहा है उससे भी पहाड के युवाओं को रोजगार मिलेंगे।