फतेहपुरः जाको राखे साइयां, मार सके न कोय…। यह कहावत उस समय सच साबित हो गई, जबकि दो दिन से कुएं में घायल पड़ी महिला को तीसरे दिन जिंदा बाहर निकाला गया। बता दें कि फतेहपुर जिले में एक प्रेमी युवक द्वारा अपनी प्रेमिका को अधमरा कर कुंए में फेंक दिया। घटना के चार दिन बाद पीड़िता को कुंए से जिंदा बाहर निकाला गया। प्रेमी ने अपने साथी के साथ मिलकर पहले प्रेमिका को चाकू से गोदा फिर कुंए में फेंककर फरार हो गया। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने युवती को कुंए से निकलवाकर जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया है. जहां उसकी हालत अभी भी गंभीर है
दरअसल घटना जिले में कल्याणपुर थाना क्षेत्र के पहुर गांव की है।कल्यानपुर थाने के पहुर गांव में 27 वर्षीय युवती अपने पति व दो बच्चों के साथ घर में रह रही थी। चार जुलाई की रात 8 बजे दो मासूम बच्चों को घर में छोड़कर वह खेत पर नित्य क्रिया जाने की बात कहकर घर से निकल गई थी। काफी देर तक न आने पर परिजन उसे ढूंढना शुरू किया लेकिन दो दिन तक उसका पता नहीं चला। रविवार की भोर पहर गांव के किनारे से गुजर रहे ग्रामीणों को एक कुएं से कराहने की आवाज सुनाई दी। पास जाकर कुएं के अंदर से युवती की आवाज आ रही थी। सूचना पर पहुंचे कल्याणपुर एसओ जेपी उपाध्याय ने ग्रामीणों की मदद से रस्से के जरिए घायल युवती तो बाहर निकलवाया। उसके गले में चाकू के घाव और एक पैर टूटा हुआ था। गंभीर हालत में उसे आनन फानन अस्पताल भेजा गया।
युवती ने पुलिस को बताया कि गांव के एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। तीन जुलाई को उसकी शादी हो गई और दूसरे दिन बरात वापस आने पर प्रेमी ने रात 8 बजे उसे जंगल में बुलाया था। जब रात में वह जंगल में बताई जगह पर पहुंची तो प्रेमी के दोस्त भी मौजूद था। युवक ने उसके साथ संबंध बनाए और फिर दोस्त से संबंध बनवाने का दबाव डाला। इनकार करने पर उसकी गर्दन में चाकू से प्रहार किए और मरणासन्न समझकर फिर तीस फीट गहरे सूखे कुएं में फेंक दिया। गहरे कुएं के बीच में निकले पीपल के पेड़ में वह फंस गई। 50 घंटे तक वह तड़पती रही। रविवार सुबह ग्रामीणों ने पुलिस की मदद से उसे बाहर निकाला।