नई दिल्लीः इकीसवीं सदी में मोबाइल लोगो की ज़रूरत बन चुका है। दुनिया मोबाइल में समा गई है।मोबाइल आज हमारी जिंदगी का एक ऐसा हिस्सा बन गया है जिसके बिना जीना कठिन लगता है।घर बैठे खाना ऑर्डर करने से लेकर दूर परदेस में बैठे अपनों से बात करने तक ये मददगार है। लेकिन एक नए शोध से चौकाने वाला खुलासा हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल करने वाले युवाओं के सिर में ‘सींग’ निकल रहे हैं। सिर के स्कैन में इस बात की पुष्टि भी हो गई है।
दरअसल ऑस्ट्रेलिया के क्वींसलैंड स्थित सनशाइन कोस्ट यूनिवर्सिटी द्वारा बायोमकेनिक्स यानी कि जैव यांत्रिकी पर की गई एक नई रिसर्च में खुलासा हुआ है कि सिर को ज्यादा झुकाने के कारण युवा अपनी खोपड़ी के पीछे सींग विकसित कर रहे हैं। रिसर्च के मुताबिक मोबाइल पर घंटों वक्त बिताने वाले युवा खास कर जिनकी उम्र 18 से 30 साल के बीच है, वो इसके ज्यादा शिकार हो रहे हैं।रिसर्च में कहा गया है कि रीढ़ की हड्डी से वजन के शिफ्ट होकर सिर के पीछे की मांसपेशियों तक जाने से कनेक्टिंग टेंडन और लिगामेंट्स में हड्डी का विकास होता है. नतीजतन एक हुक या सींग की तरह की हड्डियां बढ़ रही हैं, जो गर्दन के ठीक ऊपर की तरह खोपड़ी से बाहर निकली हुई ।
रिपोर्ट में उस चित्र को भी दिखाया गया है जिसमें खोपड़ी के निचले हिस्से में एक कांटेदार सींगनुमा हड्डी दिख रही है। इस प्रयोग में लगे डॉक्टरों का कहना है कि इंसान की खोपड़ी का वजन करीब साढ़े चार किलो होता है। मोबाइल के प्रयोग के दौरान लोग अपने सिर को आगे पीछे की तरफ हिलाया करते हैं। ऐसे में गर्दन के निचले हिस्से की मांसपेशियों में खिंचाव आने लगता है। इसी कारण कुछ दिन बाद इसी कारण हड्डियां बाहर की तरफ निकल जाती हैं। सिर पर ज्यादा दबाव पडऩे के कारण सींग जैसी दिखने वाली हड्डियां निकल रही हैं।