मथुरा: मथुरा में दिल्ली-भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस से सुरक्षा एजेंसियों की सतर्कता के चलते जीआरपी ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था और अंदाजा लगाया जा रहा था कि वह कोई संदिग्ध आतंकी है। लेकिन पुलिस ने तस्वीर साफ़ करते हुए कहा कि वह कोई आंतकी नहीं और फरार दो साथियों की भी पुलिस जल्द ही पुष्टि कर देगी।
आपको बता दे कि बीते रोज रविवार को मथुरा में दिल्ली-भोपाल शताब्दी एक्सप्रेस के कोच-3 से अनंतनाग (कश्मीर) के बिलगांव गांव के रहने वाले बिलाल अहमद वानी को दबोच लिया गया था और बताया जा रहा था कि वह कोई संदिग्ध आतंकी है।
पुलिस की पूछताछ में वानी ने बताया कि वह दिल्ली में ड्राइविँग करता था, लेकिन वहां से वे भाग निकला और गलत ट्रेन में बैठने के कारण वह मथुरा आ गया। बाद में उसे एटीएस अज्ञात स्थान पर पूछताछ के लिए ले गई। आठ घंटे तक संदिग्ध पूछताछ के बाद, पुलिस को पता चला कि वह जम्मू और कश्मीर के अनंतनाग क्षेत्र का निवासी है और उसके पास आधार कार्ड और कई दस्तावेजों भी थे। हालांकि, विस्तृत पूछताछ के बाद भी, पुलिस को उसे ज्यादा कुछ नहीं मिल सका।
वहीँ उत्तरप्रदेश के एटीएस आईजी असीम अरुण ने हैलो उत्तराखंड न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि अभी तक पुलिस को बिलाल अहमद वानी के खिलाफ कोई पुख्ता साबुत नहीं मिल पाए है जिससे कहा जाये कि यह आतंकवादी है जबकि उन्होंने कहा कि वानी के दो साथियों की पुलिस द्वारा कुछ देर में जानकारी दे दी जाएगी।