देहरादून/नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित किया। इस बार पीएम ने ये दौलत भी ले लो, ये शौहरत भी ले गाना गुनगुनाया। लेकिन, इसका कमसद कुछ खास था। दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी ने नोयडा की एक महिला की फोन काॅल का जवाब दिया। महिला ने गुम हो चुके पिट्ठू, कंचे, गिल्ली डंडा जैसे खेलों को फिर से जिंदा करने की बात कही थी।
पीएम मोदी ने कहा कि आज बच्चे इंटरनेट गेम के चक्कर में असली खेलों को भूल रहे हैं। उनको फिर से खेलने और वापस लौटाने की जरूरत है। उत्तराखंड में भी व्यक्ति ऐसा है, जो पीएम मोदी और नोयडा की महिला की मन की बात को पूरी कर रहा है। वह ना केवल खेलों को जिंदा रखने के लिए प्रतियोगिताएं करा रहा है। बल्कि उन खेलों को बच्चों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए बाघ-बकरी मोबाइल एप भी बना रहा है। वो पूर्व सीएम हरीश रावत के बेटे आनंद रावत। आनंद रावत अब तक कुमाऊं और गढ़वाल के कुछ हिस्सों में इस प्रतियोगिता को करा चुके हैं। उनकी थीम खेलों के जरिए नशे को मिटाने की है।
पीएम ने चिंता जताते हुए कहा, श्कभी-कभी चिंता होती है कि कहीं हमारे यह खेल खो न जाएँ और वह सिर्फ खेल ही नहीं खो जाएगा, कहीं बचपन ही खो जाएगा और फिर उस कविताओं को हम सुनते रहेंगे – यह दौलत भी ले लो, यह शौहरत भी ले लो, भले छीन लो मुझसे मेरी जवानी, मगर मुझको लौटा दो बचपन का सावन,वो कागज की कश्ती, वो बारिश का पानी। पीएम ने कहा कि यही गीत हम सुनते रह जाएँगे और इसीलिए यह पारंपरिक खेल, इसको खोना नहीं है आज आवश्यकता है कि स्कूल, मौहल्ले,युवा-मंडल आगे आकर इन खेलों को बढ़ावा दें।
इससे पहले पीएम मोदी ने मन की बात कार्यक्रम की शुरुवात में आईएनएसवी तारिणी से पूरी दुनिया की सैर कर वापस आने वाली नौसेना की 6 महिला कमांडरों को बधाई दी। महाराष्ट्र के 5 आदिवासी बच्चों के एक दल द्वारा दुनिया की सबसे ऊंची चोटी पर चढ़ाई करने पर पीएम ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि उन्हें देश पर गर्व है। फिट इंडिया चैलेंज की बात करते हुए पीएम ने कहा कि मुझे उम्मीद नहीं थी कि इसे इतना अच्छा रिस्पांस मिल पाएगा। मोदी ने कहा कि इस तरह का चैलेंज हमें फिट रखने और दूसरों को भी फिट रहने के लिए प्रोत्साहित करेगा।