बागेश्वर: गोवर्धन पूजा के अवसर पर बागेश्वर के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं ने परम्परागत रूप से धान के चूडे बनाए। यह पर्व बच्चों और बड़ों की दीर्घायु की कामना के साथ चढाने की परम्परा यहाँ कई वर्षो से है। गोवर्धन पूजा के साथ यहाँ ओखली की पूजा अन्न के रूप में की गई। नये अनाज को चूड़े के रूप में बना कर भैय्या दूज के अवसर पर ग्रामीणों ने अपने ईष्ट देवों की भी पूजा की।
वहीं ग्रामीणों का कहना है कि, गोवर्धन पूजा के दिन चूड़े बनाने का रिवाज यहाँ पारम्परिक रहा है। गोवर्धन पूजा के दिन चूड़े बनाने के बाद भैय्या दूज के त्योहार के मौके पर सभी एक-दूसरे की लम्बी उम्र की कामना के लिये चूड़े को प्रसाद के रूप में सिर पर रखते हैं।