देहरादून: कांग्रेस से बगावत करके बीजेपी में आए विधायकों को केंद्र से झटका लगा है। बागी 9 नेताओं की केंद्रीय सुरक्षा वापस ले ली गई है। जबकि विवादों में रहने वाले विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की सुरक्षा बरकरार रखी गयी है। सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के आधार पर विधायक चैंपियन की सुरक्षा बनाए रखी गई है।
गौरतलब है कि 18 मार्च 2016 को तत्कालीन कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत और पूर्व सीएम विजय बहुगुणा समेत 9 विधायकों ने मुख्यमंत्री हरीश सिंह रावत और कांग्रेस सरकार के खिलाफ बगावत कर दी थी और सभी भाजपा में शामिल हो गए थे। केंद्र सरकार की ओर से विधायक चैंपियन सहित 10 विधायकों को Y केटेगरी CISF की सुरक्षा दी गई थी। बागी हुए नेताओं में से इस वक्त 3 नेता भाजपा की सरकार में मंत्री भी हैं। जिनमें हरक सिंह रावत, सुबोध उनियाल और रेखा आर्य शामिल हैं। अन्य बागियों में विजय बहुगुणा, शैलेंद्र मोहन सिंघल, प्रदीप बत्रा, शैलारानी रावत, उमेश शर्मा काऊ, अमृता रावत और प्रणव सिंह चैंपियन शामिल थे। वहीँ इस मामले में हैलो उत्तराखंड न्यूज़ से बात करते हुए रुड़की विधायक प्रदीप बत्रा ने कहा कि चुनाव के दौरान जो केंद्रीय सुरक्षा दी गयी थी उसे वापस ले लिया गया है। लेकिन उत्तराखंड पुलिस की सुरक्षा उनके पास है।