पौड़ी : जिले के चाकीसैण तहसील में सात सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले एक सप्ताह से ‘क्षेत्रीय क्रांति मोर्चा’ और ‘उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी’ आमरण अनशन पर बैठे थे। आंदोलनकारियों की बिगडती हालत देख मंगलवार शाम को जिला प्रशासन ने उन्हें जबरन उठाकर पाबो के राजकीय अस्पताल में भर्ती करा दिया।
आंदोलनकारी गैरसैण को राजधानी बनाने सहित सात सूत्रीय मांगों को लेकर 23 जनवरी से आमरण अनशन पर बैठे थे। आंदोलनकारियों ने प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि क्षेत्रीय विधायक व उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के विधानसभा क्षेत्र में स्वास्थ्य, शिक्षा और तहसील परिसर में अधिकारियों की कमी जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव होना क्षेत्रीय जनता के लिए दुर्भाग्य पूर्ण है। एक सप्ताह तक अनशन पर बैठे इन आंदोलकारियों से बातचीत के लिए सरकार का कोई भी प्रतिनिधि मिलने नहीं आया। जिससे आंदोलनकारियों के साथ-साथ क्षेत्र की जनता में भी काफी रोष है। आपको बता दें कि चाकीसैण तहसील परिसर का यह आलम है कि एक कानून-गो के सहारे पूरी तहसील चल रही है। क्षेत्र के विद्यालयों में कई अध्यापकों के पद रिक्त हैं। विगत कई समय से पटवारी भी नदारद हैं, क्षेत्रीय जनता को भी विभिन्न परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आंदोलनकारियों का कहना है कि शासन-प्रशासन के निष्क्रिय रवैये को देखते हुए तहसील परिसर में ताला बंदी कर क्षेत्रीय विधायक धन सिंह रावत और प्रदेश सरकार का पुतला जलाकर विरोध किया जायेगा। तत्पश्चात सभी आंदोलनकारी देहरादून जाकर आमरण अनशन करेंगे।