देहरादून: जनसंघर्ष मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी ने राज्य में तेजी से फैल रही बेरोजगारी और बंद होते उद्योगों के लिए आवाज उठाई है। उन्होंने राज्य सरकार को घेरते हुए कहा है कि सरकार इन्वेस्टर्स समिती के आंकड़ों के जरिये लोगों को गुमराह कर रही है, धरातल पर इसकी हकिकत एक बड़ी चिंता का विषय है। नेगी ने अपने बयान में कहा कि आर्थिक मन्दी, सरकारी उदासीनता एवं कुप्रबन्धन जैसी स्थितियों के चलते प्रदेश में स्थापित उद्योग लगातार तेजी से बन्द हो रहे हैं। जो कि चिन्ता का विषय है, समय रहते सरकार को ठोस कदम उठने की जरूरत है।
इसी के साथ नेगी ने कहा कि प्रदेश में जब से इस अदूरदर्शी सरकार ने कामकाज सम्भाला है, तब से बन्दी के ग्राफ में बेतहाशा वृद्धि हुई है। एक तरफ सरकार इन्वेस्टर्स समिती के आंकड़ों के जरिये लोगों को गुमराह करने का काम कर रही है, वहीं दूसरी तरफ सरकार पूर्व में स्थापित उद्योग की समीक्षा करने के बजाय हाथ पर हाथ धरी बैठी है। उन्होंने कहा कि उद्योग प्रबन्धन धीरे-धीरे कर्मचारियों की छंटनी करने में लगे हैं। जिससे उद्योगों में उत्पादन बहुत कम हो गया है तथा जो थोड़े बहुत उद्योग बचें हैं, वो कर्मचारियों को एक साजिश के तहत चेन्नई, बंगलूरू, कर्नाटक आदि दूरस्थ शहरों में भेजकर इनका उत्पीड़न कर रहे हैं, जिससे कर्मचारी खुद ही नौकरी से इस्तीफा दे रहे हैं। मोर्चा अध्यक्ष नेगी ने मांग की, कि शीघ्र ही सरकार इस महामारी पर गौर करे ,वरना वो दिन दूर नहीं जब प्रदेश में कोई उद्योग ही नहीं बचेगा।