देहरादून: गैरसैंण भले ही राज्य निर्माण के 17 वर्षों बाद राज्य की राजधानी नहीं बन पाया हो, लेकिन सरकार की योजना धरातल पर उतरी तो गैरसैंण में अंतरराष्ट्रीय अध्ययन, शोध और विकास प्रशिक्षण संस्थान जरूर बन जाएगा। ऐसा हुआ तो गैरसैंण को देश-दुनिया में अलग पहचान मिल सकेगी।
विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद्र अग्रवाल ने बताया कि गैरसैंण में इस संस्थान के लिए केंद्र से स्वीकृति मिल चुकी है। संस्थान में संसदीय प्रक्रियाओं का विश्व स्तरीय कोर्स तैयार किया जाएगा। साथ ही यहां अन्य प्रशिक्षण कोर्स भी संचालित किए जाएंगे। संस्थान में प्रति वर्ष दूसरे देशों के संसदीय प्रतिनिधियों के साथ भी समन्वय किया जाएगा। इससे गैरसैंण को विदेशों में भी पहचान मिलेगी।
विधानसभा में पत्रकार वार्ता में कहा कि गैरसैंण विधानसभा सत्र 20 से 28 मार्च तक आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पहली बार राज्यपाल का अभिभषण भी विधानसभा गैरसैण में ही होगा। उन्होंने बताया की सत्र के लिए 315 प्रश्न प्राप्त हो चुके हैं।