पिथौरागढ़: मनोज चंद की रिपोर्ट।
पिछले दिनों पिथौरागढ़ में हुई मूसलाधार बारिश ने भयानक तबाही मचाई जिसका खामियाजा आजतक लोगों को भुगतना पड़ रहा है। यहां भूस्खलन और बादल फटने से कई गांवों को भारी नुकसान पहुंचा। कई जगहों पर लोगों को अपने घरों से बेघर होना पड़ा। बारिश के कारण कई जगहों पर भूस्खलन आने से मार्ग अवरूद्ध हो गये जिससे लोगों की आवाजाही पूरी तरह से बंद हो गई। रास्ते बंद होने से स्कूली बच्चों समेत ग्रामीणों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा। हालांकि अभीतक लोगों को इस समस्या से निजात नहीं मिल पाई है। आज भी लोगों को रास्ते बंद होने से की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खासकर पिथौरागढ़ के दुर्गम इलाकों में इन दिनों सफर करना बेहद खतरनाक हो गया है। यहां थल- मुनस्यारी मोटरमार्ग के रातिगाड़ में हालत लगातार बद से बदतर होते जा रहे हैं। यहां लगातार मलबा गिरने की वजह से ग्रामीणों को तो परेशानी हो ही रही है साथ ही उन लोगों को भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है जो यहां लगातार मार्ग खोलने में प्रयासरत है। इस रास्ते पर हर वक्त हादसे की संभावना बनी रहती है। यहां लोगों की आवाजाही पूरी तरह से बंद पड़ी है। हाल ही में यहां लोक निर्माण विभाग का एक जेसीबी रास्ते को खोलने का काम कर रहा था। इसी बीच पहाड़ी से मलबा आ गिरा गनीमत रही की चालक की समझदारी के चलते एक बड़ा हादसा होने से टल गया। यहां चालक ने किसी तरह स्थिति के भांप अपनी जान बचाई। बहरहाल पहाड़ी इलाकों की स्थिती बारिश की वजह से लगातार बिगड़ती जा रही है। अब देखेने वाली बात यह होगी कि आखिर कबतक यहां ग्रामीण इलाकों के लोगों को इसी तरह अपनी जान जोखिम में डाल इसी तरह सफर तय करने को मजबूर होना पड़ेगा?