बागेश्वर: दिनांक 16.03.23 को गोविन्द सिंह बिष्ट पुत्र त्रिलोक सिंह निवासी जोशी गांव घिरौली, मण्डलसेरा बागेश्वर द्वारा थाना कोतवाली बागेश्वर को सूचना दी कि अनके घिरौली मण्डलसेरा बागेश्वर स्थित मकान जिसमें भूपाल राम पुत्र हरीश राम निवासी-ग्राम-भनार तोक, घटबगड़ थाना-कपकोट, जिला-बागेश्वर अपने परिवार के साथ किराए पर निवास करता है और आसपास के व्यक्तियों द्वारा उनको फोन पर बताया गया कि उनके मकान के अंदर से तेज दुर्गन्ध आ रही है और दरवाजे बन्द हैं। इस सूचना पर प्रभारी निरीक्षक कोतवाली बागेश्वर द्वारा अपने उच्चाधिकारियों को सूचित कर मय फोर्स के मौके पर घटना स्थल पहुंचे तो मकान के दरवाजे अंदर से बन्द मिले। आस-पास के व्यक्तियों के समक्ष दरवाजा तोड़कर अंदर गये तो कमरे में एक महिला व तीन बच्चों के शव सड़ी गली अवस्था में मिले। जिनकी पहचान नंदी देवी पत्नी भूपाल राम उम्र करीब 38 वर्ष, कुमारी अंजली पुत्री भूपाल राम उम्र करीब 14 वर्ष, कृष्णा पुत्र भूपाल राम उम्र करीब 7 वर्षभा व स्कर पुत्र भूपाल राम उम्र करीब 1 वर्ष, निवासीगण ग्राम-भनार तोक, घटबगड़, थाना कपकोट, जिला- बागेश्वर के रुप में हुई।
मौके पर शवों को पुलिस द्वारा कब्जे में लेकर जिला चिकित्सालय मोर्चरी भिजवाया गया। दिनांक 17-03-23 को मृतकों के परिजनों के उपस्थित आने पर पंचायतनामा व पोस्टमार्टम की कार्यवाही की गयी।
दिनांक 17-03-23 को पुलिस टीम द्वारा घटना स्थल का पुनः बारीकी से निरीक्षण करने पर, जिस बिस्तर पर मृतका अंजली लेटी पाई गयी थी, ठीक उसी जगह बिस्तर के नीचे चटाई के ऊपर फोल्ड़ किए 06 पन्ने सोसाइड नोट जो उनके आत्महत्या करने के विषयक प्राप्त हुआ, जिसे मौके पर उपस्थित गवाहों के समक्ष कब्जे पुलिस लेकर सील किया गया तथा कमरे से एक पारदर्शी पन्नी में पाउडरनुमा राख जैसा पदार्थ जिसमें कीटनाशक सल्फास जैसी गन्ध आ रही है, को भी गवाहों के समक्ष पुलिस द्वारा सील किया गया।
निरीक्षण के दौरान कमरे से बरामद उपरोक्त सुसाइड नोट वास्ते लेख मिलान तथा कीटनाशक पदार्थ को परीक्षण हेतु विधि विज्ञान प्रयोगशाला भेजा जा रहा है। दिनांक 17-3-23 को मृतका नंदी देवी के देवर मनोहर राम पुत्र हरीश राम निवासी ग्राम-भनार तोक, घटबगड़ थाना कपकोट जिला बागेश्वर द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली बागेश्वर में मुकदमा संख्या 27/23 धारा 306 भा0द0वि0 का अभियोग पंजीकृत किया गया। विवेचना थानाध्यक्ष कपकोट कैलाश सिंह बिष्ट के सुपुर्द की गयी।