देहरादून: सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में घरेलू कूड़े से जैविक खाद बनाने की विधि का प्रस्तुतीकरण दिया गया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि, घर के कूड़े-कचरे को कम्पोस्ट में बदलकर अच्छी खाद तैयार करने की यह आसान विधि है। हर व्यक्ति अपने घरों में इस विधि को अपना सकता है। इस विधि से वेस्ट को बेस्ट में बदलकर हम स्वच्छता अभियान में भी बड़ा योगदान दे सकते हैं। यह विधि कचरे से होने वाले वायु व जल प्रदूषण को रोकने में भी कारगर साबित होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी सरकारी काॅलोनियों में जैविक व अजैविक कूड़े का पृथ्थकीकरण करते हुए जैविक कूडे़ की विकेन्द्रित कम्पोस्टिंग सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये गये हैं। सिंचाई विभाग व वेस्ट वाॅरियर टीम ने घरेलू कूडे से जैविक खाद बनाने की विधि के बारे में जानकारी दी गई। इस विधि में गीले व सूखे कूड़े को अलग करना होगा। खाद बनाने के लिए पहले सूखे कूड़े को एकत्र कर उसके ऊपर काॅकपिट की लेयर बनाई जाती है। इसके उपरान्त उसके ऊपर गीला कूड़ा डाला जाता है तथा काॅकपिट की लेयर बनाई जाती है। यह खाद दो से तीन माह में तैयार हो जाती है।
इस अवसर पर सचिव भूपेन्द्र कौर औलख, शैलेष बगोली, अधिशासी अभियंता सिंचाई आर.डी पन्त व संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।