देहरादून: कश्मीर में पत्थरबाजी से सेना के जवान के शहीद होने के बाद सेना बेहद गुस्से में है। इस घटना से देश में भी फिर से नई बहस छेड़ दी है। शहीद जवान उत्तराखंड के पिथौरागढ़ का निवासी है। ऐसे में इससे देश को सबसे अधिक जवान देने वाले राज्य के लोगों में भी खासा गुस्सा है। कश्मीर में पत्थरबाजों की इस हरकत को सेना ने भी गंभीरता से लिया है। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा कि पाकिस्तानी अपनी हरकतों से बाज आए वरना हमारे पास सारे विकल्प खुले हैं।
कश्मीर घाटी में पत्थरबाजी के चलते जवान के शहीद होने के बाद से माहौल गर्माया हुआ है। जिसके बाद सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने एक बार फिर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को यह अच्छी तरह पता है कि वह कभी सफल नहीं हो सकता इसलिए वह, आतंक के माध्यम से उकसावे वाली कार्रवाई करता है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में विकास को अवरूद्ध करना चाहते हैं, लेकिन भारतीय राज्य हर चीज का मुकाबला करने में समर्थ है।
सेना प्रमुख ने कहा कि हम पूरी तरह से विभिन्न विकल्पों के लिए भी तैयार हैं। पत्थरबाजी की घटनाओं पर बात करते हुए जनरल रावत ने कहा कि यह आतंकियों जैसी हरकत है इससे पत्थरबाजों का ही नुकसान होता है। सेना प्रमुख ने कहा कि जिस जवान की पत्थरबाजी में मौत हुई है वह सीमा सड़क टीम की सुरक्षा में लगा हुआ था जो सड़कों का निर्माण कर रही है। कुछ लोग उसके बाद हमसे पूछते हैं कि पत्थरबाजों के साथ आतंकियों जैसा व्यवहार ना करो।
शुक्रवार को घाटी में कुछ युवकों द्वारा किए गए पथराव में सिर में चोट लगने से घायल हुए सेना के एक जवान राजेंद्र सिंह की बाद में अस्पताल में मौत हो गई थी। सिपाही राजेंद्र सिंह को सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के काफिले को सुरक्षा प्रदान करने वाले क्यूआरटी दल में शामिल थे। खास बात ये है कि राजेंद्र सिंह उत्तराखंड के रहने वाले हैं। होनहार और बहादुर जवान राजेंद्र सिंह की शहादत को सेना बदला लेगी। इसका संकेत सेना प्रमुख दे चुके हैं।