देहरादून: निर्वाचन आयोग ने देशभर में राज्यसभा के लिए रिक्त हो रही सीटों के लिए मतदान की तारीख तय कर दी है। उत्तराखंड की एक सीट के लिए होने वाले मतदान की तारीख 23 मार्च तय की गई है। लेकिन 23 मार्च की तिथि राज्यसभा मतदान के लिए तय होने से प्रदेश सरकार के माथे पर बल पड़ गया है, क्योंकि जिस दिन राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान होना है उसी दिन गैरसैण में होने वाले बजट सत्र में बजट पर चर्चा भी सरकार के द्वारा रखी गयी है। ऐसे में सरकार इस उलझन में पड गई है यदि गैरसैंण में बजट पर चर्चा 23 मार्च को होती है तो देहरादून विधानसभा में विधायक कैसे राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान कर पाएंगे। क्योंकि गैरसैण से देहरादून सभी विधायक नहीं आ पाएंगे। ऐसे में सरकार ऐसा रास्ता ढूंढ रही है जिससे राज्यसभा के लिये सभी विधायक मतदान भी कर दें और बजट पर चर्चा भी हो जाये। सरकार ने इसके लिए निर्वाचन आयोग को पत्र भेजकर राज्यसभा के लिए चुनाव गैरसैंण में कराने का अनुरोध करने जा रही है।
हैल्लो उत्तराखंड न्यूज़ से बातचीत में सचिव विधानसभा जगदीश चंद्र ने बताया कि निर्वाचन आयोग द्वारा जो तिथि निर्धारित की गई है, उसी दौरान गैरसैंण में भी बजट सत्र चलेगा। जबकि निर्वाचन आयोग को राज्यसभा मतदान के लिए पोलिंग बूथ के रूप में देहरादून का नाम दिया गया है, लेकिन यह नाम तब दिया गया था जब बजट सत्र की अधिसूचना जारी नहीं हुई थी। ऐसे में अब आयोग को पत्र भेजकर अनुरोध किया जाएगा कि राज्यसभा चुनाव मतदान गैरसैंण में ही किया जाये, क्योंकि सत्र के दौरान सभी विधायकों को देहरादून लाना मुश्किल होगा। इसके साथ ही बजट सत्र के दौरान अवकाश के दिन 25-26 मार्च को मतदान करने के लिए भी निर्वाचन आयोग से अनुरोध किया जाएगा।
कुल मिलाकर स्थिति साफ़ है कि सरकार की जो उलझन है वह किसी हद तक जायज भी है, क्योंकि राज्यसभा चुनाव और बजट पर चर्चा एक ही दिन नहीं हो सकती है। इसलिए अब उत्तराखंड की ओर से निर्वाचन आयोग को पत्र भेजे जाने की तैयारी है, जिसमें तय तारीख और तय पोलिंग बूथ को बदलने का आग्रह किया जायेगा। ऐसे में देखना यह होगा कि क्या निर्वाचन आयोग इस आग्रह को स्वीकार करता है, और यदि आग्रह स्वीकार हुआ तो गैरसैण के इतिहास के पन्नों में राज्यसभा चुनाव इबारत के रूप में लिखा जायेगा।