देहरादून: वन अधिकार जन आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा और अनिल बलूनी को मांग पत्र सौंपा। उन्होंने मांग पत्र में लिखा है कि इतने संघर्ष के बाद हमें उत्तराखंड राज्य मिला लेकिन आज 18 साल बीत जाने के बाद भी राज्य आंदोलन की भावना के अनुरूप राज्य का विकास नहीं कर पाए हैं। साथ ही युवाओं को रोजगार एवं उचित शिक्षा मिलने की वजह से आज हजारों गांव खाली हो गई है।
उनकी प्रमुख मांगों में यह शामिल है: