लखनऊ : एप्पल एग्जीक्यूटिव विवेक तिवारी की हत्या मामले में प्रशासन ने पीड़ित परिवार की दो मांग मान ली है। प्रशासन पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपए का मुआवजा और मृतक की पत्नी को सरकारी नौकरी देने के लिए तैयार हो गया है। इस बात की जानकारी लखनऊ के डीएम ने दी। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार की सभी मांग को मान लिया गया है, जो उन्होंने लिखित पत्र में दी थी। अगर वह मामले में सीबीआई जांच चाहते हैं तो इसकी सीबीआई जांच होगी और मृतक की पत्नी को नौकरी दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि मुआवजे के तौर पर पीड़ित परिवार को 25 लाख रुपए दिए जाएंगे। जबकि मामले की जांच 30 दिनों के अंदर पूरी कर ली जाएगी। गौरतलब है कि विवेक तिवारी की हत्या मामले में गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और डीजीपी से बात की है। गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में एक पुलिस कॉन्स्टेबल ने चेकिंग के दौरान कार न रोकने पर एप्पल एग्जीक्यूटिव विवेक तिवारी पर गोली चला दी, जिसमें विवेक की मौत हो गई।
वहीं, इस मामले में पीड़ित पत्नी ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मुआवजे की मांग की थी। पीड़िता कल्पना तिवारी ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में आरोपियों के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की थी। इसके साथ ही उन्होंने मुआवजे के तौर पर 1 करोड़ रुपए और पुलिस विभाग में नौकरी मांगी थी। बता दें कि शनिवार तड़के पुलिस कॉन्स्टेबल विवेक तिवारी को गोली मारी दी थी।
आरोपी पुलिस कॉन्स्टेबल का कहना है कि उसने ऐसा अपनी आत्मरक्षा में किया है। इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। वहीं, इस मामले में एडीजी पुलिस ने दुख व्यक्त किया है और कहा कि यह घटना हमारे लिए शर्मनाक है। गृह मंत्री मंत्री राजनाथ सिंह भी मामले को लेकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ से बात कर चुके हैं। उन्होंने पूरे मामले को गंभीरता लेने के निर्देश दिए हैं।