गोवा : गोवा में कांग्रेस के दो विधायकों के भाजपा में शामिल होने के कुछ घंटे बाद राज्य में सत्तारूढ़ गठबंधन के बहुमत में आया है। ऐसे में भाजपा अब गोवा में मुख्यमंत्री बदलने की ओर आगे बढ़ सकती है। अगले मुख्यमंत्री के रूप में मौजूदा मंत्री विश्वजीत प्रताप सिंह राणे की संभावनाएं बनती नजर आ रही हैं। हालांकि फिलहाल पर्रिकर के सीएम पद छोड़ने के बारे में कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
साल 2010 में पहली बार विधायक चुने गए राणे, राज्य कैबिनेट में स्वास्थ्य, महिला और बाल विकास मंत्री हैं। उनके पिता कांग्रेस के विधायक प्रताप सिंह राणे चार बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। इस बात की पहले से ही उम्मीद थी सीएम पर्रिकर को बदला जाएगा। उन्होंने खुद भी सीएम पद छोड़ने की बात कही थी, लेकिन भाजपा ने उनको नहीं हटाने का एलान कर दिया। अब कांग्रेस के दो विधायक भाजपा में शामिल हो चुके हैं। ऐसे में भाजपा भी गोवा में बहुमत में आई गई है।
गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर की लगातार बिगड़ती सेहत के कारण बीजेपी ने कई बार वहां पर मुख्यमंत्री बदलने की कोशिश की मगर सफल नहीं हो पाई, क्योंकि मुख्यमंत्री के नाम पर उनके अपनी पार्टी में ही एक राय नहीं थी। यहां तक कि अस्पताल में भर्ती रहे मुख्यमंत्री पर्रिकर के नाम पर ही बीजेपी गोवा में राज करती रही। मगर अब ऐसे हालात बनते दिख रहे हैं कि बीजेपी को पर्रिकर का विकल्प ढूंढ़ना ही पड़ेगा. बीजेपी ने साम, दाम, दंड, भेद जैसे हथकंडे अपनाने का सहारा लिया। ऑपरेशन गोवा के तहत गोवा के दो कांग्रेस विधायकों को दिल्ली बुलाया गया उनसे इस्तीफा दिलवाया गया। कांग्रेस के दयानंद सोते और सुभाष शिरोडकर दिल्ली आकर बीजेपी में शामिल हो गए।
अब गोवा के आंकड़ों को देखें तो 40 सदस्यों की गोवा विधानसभा में 2 कांग्रेस के विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है, मतलब विधानसभा में सदस्य बचे 38। बीजेपी के आंकड़ों को देखें तो उनके 14, एमजीपी के 3, गोवा पीपुल्स पार्टी के 3 और 3 निर्दलीय विधायकों को मिला दें तो उसके पास बहुमत से अधिक विधायक होंगे। सोते ने पिछले चुनाव में गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर को हराया था।