उत्तरकाशी: नगर पालिका परिषद बाड़ाहाट उत्तरकाशी में शामिल 16 गांव के ग्रामीणों ने व्यापक स्तर पर मोर्चा खोल दिया है। नौ दिनों तक प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई न होने पर बुधवार को ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पर विशाल जुलूस निकाला और पालिका विस्तारीकरण का विरोध जताया। वहीं इसके बाद ग्रामीणों ने जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा और गांव को पालिका क्षेत्र से बाहर करने की मांग की। ग्रामीणों का कहना है कि यदि विस्तारीकरण का शासनादेश निरस्त नहीं किया गया तो वह भूख हड़ताल व जेल भरो आंदोलन करने को तैयार है।
बुधवार को डांग, कोटियाल गांव, गणेशपुर, जसपुर, मांडो, बडे़थी, मातली, नेताला, बसूंगा, जोशियाड़ा, लदाड़ी, कांसेण गांव के ग्रामीण काली कमली धर्मशाला में एकत्र हुए जहां से ग्रामीणों ने गांव बचाओ आंदोलन के बैनर तले नारे बाजी करते हुए विशाल जुलूस के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे और नगर पालिका विस्तारीकरण से 16 गांवों को बाहर रखने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि उनके गांव को बिना सहमति और बिना जनसुनवाई के शामिल किया गया है। ऐसे में लोकतंत्र की प्रथम इकाई गांव को पालिका में शामिल कर उसे समाप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। इस दौरान ग्रीन चिपको डांग सत्याग्रह आंदोलन के अध्यक्ष नागेंद्र जगूड़ी ने कहा कि सरकार जबरन गांव को पालिका में शामिल कर रही है जिसके चलते वह नौ दिनों से कलक्ट्रेट परिसर में धरने पर बैठे है। ग्रामीणों का आरोप है कि शासन प्रशासन के अधिकारियों एवं सरकार के किसी भी जनप्रतिनिधि ने उनकी समस्याओं को नही सुना जिसके कारण सरकार के इस कदम से ग्रामवासियों का पूरा अस्तित्व संकट में पड़ जाएगा।