उत्तरकाशी : नगर पालिका परिषद बाड़ाहट उत्तरकाशी के विस्तारीकरण के लिए उत्तराखंड शासन की ओर से भ्रमित अधिसूचना के बाद ग्रामीणों में एक बार फिर विरोध के स्वर मुखर होने लगे थे जिसको लेकर पालिका में शामिल हुए ग्रामीण सोमवार को कलक्ट्रेट परिसर पहुंचे और इसकी पड़ताल करते हुए एडीएम से स्थिति स्पष्ट करने की मांग करने लगे। एडीएम ने शासन से वार्ता कर पूर्व में जारी सूचना को अंतिम सूचना कह कर सही बताया था। एडीएम की इस वार्ता से ग्रामीण संतुष्ट होकर वापस चले गए और न्यायालय में दायर याचिका को ही अंतिम निर्णय मनाने की बात कही।
नगर पालिका परिषद बाड़ाहाट उत्तरकाशी के विस्तारीकरण के लिए गत शनिवार को अंतिम अधिसूचना उत्तराखंड शासन की ओर से जारी की गई थी जिसमें शासन की 13 वार्डो की सीमायें निर्धारित कर 16 गांव को शामिल दिखाया गया। लेकिन जब गांव बचाव आंदोलन के बैनर तले आंदोलित ग्रामीणों को इसकी सूचना मिली तो वह भ्रमित हो गए और अपने आप को ठगा सा महसूस करने लगे। सोमवार को आंदोलन के सूत्रधार अभिषेक जगूड़ी सहित अन्य आंदोलित ग्रामीण कलक्ट्रेट परिसर पहुंचे और एक बार पुन: आंदोलन की रणनीति बनाने को तैयार हो गए और सभी ग्रामीणों ने अपनी आपत्ति दर्ज की जिसके बाद पुन: तीन जनवरी को अनंत: अधिसूचना जारी की गई ।
शासन की ओर से तीन गांव को पूर्ण रूप से शहरी करण में शामिल किया गया था जबकि कुछ गांव को आंशिक तौर पर शहरी करण से जोड़ा गया था। लेकिन उसमें गलत सूची संलग्न हो गई। ग्रामीणों ने जब अपर जिलाधिकारी पीएल शाह से जानकारी ली तो उन्होंने शासन से पड़ताल की। बाद में शासन की ओर से 11 वार्डो की सूची भेजी गई।