उत्तरकाशी: अन्नकूट के पावन पर्व पर सोमवार को गंगोत्री धाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद हो गए हैं। सुबह करीब 8.30 बजे से गंगोत्री मंदिर के कपाट बंद होने की प्रक्रिया आरम्भ की गई। इस दौरान पहले मां गंगा का मुकुट उतारा गया, इसके बाद निर्वाण दर्शन किए गए। वेद मंत्रों के साथ मां की मूर्ति का महाभिषेक के साथ ही करीब 11.45 पर मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए। साथ ही माँ गंगा की भोग मूर्ति को डोली यात्रा के साथ मुखबा के लिए रवाना की गई।
इस बार कपाट बंद होने से तीन दिन पहले ही 9,93,314 तीर्थयात्री यमुनोत्री एवं गंगोत्री की यात्रा कर चुके हैं। इसमें 5,27,742 यात्री गंगोत्री और 4,65,572 यात्री यमुनोत्री पहुंचे हैं।
वहीं, भैयादूज पर 29 अक्तूबर को यमुनोत्री मंदिर के कपाट शीतकाल के लिए बंद किए जाएंगे। 29 अक्तूबर को ही केदारनाथ धाम के कपाट मंगलवार सुबह 8:30 बजे बंद होंगे और 17 नवंबर को बदरीनाथ मंदिर के कपाट बंद होंगे।