जयपुर: राजस्थान में जवाहर सर्किल थाना पुलिस ने जयपुर में संचालित फर्जी अंतरराष्ट्रीय स्तर के फर्जी कॉल सेन्टर का भंडाफोड़ किया है। बताया जा रहा है की यह गिरोह विदेशी नागरिकों से करोडों रुपए की ठगी करता था। पुलिस ने गिरोह के 20 लोगों को पकड़ा है। इनमें कई सदस्य तो ऐसे हैं, जो महज आठवीं पास होकर भी यहां बैठे-बैठे अमेरिका तक के लोगों को ठग रहे हैं।
पुलिस ने बताया की यह लोग वार्तालाप के दौरान विदेशी नागरिकों को सस्ती दर पर लोन स्वीकृत कराने, टैक्स जमा नहीं कराया जाना बताकर धमकाते हुए उनसे वेस्टर्न यूनियन, आई ट्यून, गिफ्ट कार्ड, मनीग्राम, वॉलमार्ट कार्ड, बिटकॉइन के रूप में धनराशि प्राप्त की जाती है। कॉल सेन्टर संचालक धनराशि का स्थानान्तरण विदेशों में बैंठे दलालों से हवाला के माध्यम से भारत में करते हैं। गिरोह का नेटवर्क अमेरिका, चीन, हॉगकॉग समेत कई देशों में फैला हुआ है। सेन्टर संचालक तकनीकी रूप से दक्ष हैं। ये विदेशों के स्थानीय समय के अनुसार कर्मचारियों की सेन्टर पर शिफ्ट का निधार्रण कर उनसे ठगी कर रहे हैं।
विशेष टीम ने जयपुर के जवाहर सर्किल पुलिस थाना इलाके में डब्ल्यूआर ऑफिस के पास स्थित एसके टावर की तृतीय मंजिल पर दबिश दी तो वहां फर्जी इंटरनेशनल कॉल सेन्टर संचालन करने वाले गिरोह में शामिल 20 लोग मिले, जिन्हें गिरफ्तार किया गया। उनके कब्जे से भारी मात्रा में कम्प्यूटर, लेपटॉप, मोबाईल, मोडेम, विशेष उपकरण, मैजिक जैक, डाईलर एवं नेटवर्किगं उपकरण के साथ करीब 19 लाख 26 हजार रुपए जब्त किए गए हैं।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त प्रथम संतोष चालके ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में वैभव पारीक, भरत कलवानी, महिम डेविड, नितिन वशिष्ठ, शुभम मंडल, सूरज राजपूत, मिंटू चन्दन लाहा, टेंगरिक संगमा, दर्शन शाह, रोशन राज, लियो मार्क, मोनिल प्रफुल भाई माधु, तन्मय त्रिवेदी, अयान डेविड, सागर हीरालाल कोष्टी, पार्थ राजेश मेहता, महादेमो, प्रतीक जाघव, राणा शुभम व सुरोजित पातरो शामिल है। गिरोह के अधिकांश सदस्य राजस्थान के सिरोही, गुजरात व यूपी के रहने वाले हैं। पकड़े गए लोगों से पूछताछ की जा रही है।