चंपावत (Uttarakhand): चम्पावत में दर्दनाक हादसा हुआ है जहां जिले के एक प्राथमिक विद्यालय के शौचालय की छत अचानक गिर गई। जिसकी चपेट में आकर एक छात्र की मौत हो गई, जबकि तीन बच्चे घायल हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत जनपद के राजकीय प्राथमिक विद्यालय मौनकाण्डे में इस दुःखद घटना में विद्यालय में शौचालय की छत गिरने से कक्षा 03 में अध्ययनरत् एक छात्र की मृत्यु पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने मृतक के परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से दो लाख रुपये की सहायता राशि देने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने घटना की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश देते हुए कहा है कि जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने निर्देश दिये हैं कि सभी सरकारी स्कूल भवनों का निरीक्षण कर लिया जाए। जहां जरूरी हो वहां भवनों के मरम्मत संबंधी काम करवा लिया जाए। यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि कक्षाएं पूरी तरह से सुरक्षित भवनों में ही संचालित हो।
उधर घटना की जानकारी देते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी, चम्पावत जितेन्द्र सक्सेना ने बताया किराजकीय प्राथमिक विद्यालय मौनकाण्डे में दिनांक 14 सितम्बर, 2022 को एक दुःखद घटना में विद्यालय में कक्षा 03 में अध्ययनरत् छात्र चन्दन सिंह पुत्र गोधन सिंह का आकस्मिक निधन हो गया। दुःख की इस घड़ी में विद्यालयी शिक्षा विभाग शोक संतप्त परिवार के साथ है। विद्यालय में एक अन्य शौचालय भी बना हुआ था, जो कि छात्रों द्वारा प्रयोग में लाया जा रहा था। जिस शौचालय की छत गिरने से दुर्घटना हुयी, यह निष्प्रोज्य (प्रयोग में नहीं) था। मध्यावकाश में खेल-खेल में विद्यार्थी उस निष्प्रयोज्य शौचालय की छत पर चढ़ गये, जिससे कि भार अधिक होने के कारण दुघर्टना घटित हुयी। दुर्घटना में घायल छात्र-छात्राओं का ईलाज तत्काल चिकित्सकों के द्वारा किया गया व अन्य सभी घायल छात्र छात्राएं खतरे से बाहर है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जिलाधिकारी चम्पावत ने राजकीय प्राथमिक विद्यालय मौनकाण्डा के शौचालय की छत गिरने की घटना के मजिस्ट्रियल जांच के लिये एस.डी.एम पाटी को जांच अधिकारी नियुक्त किया है। जिलाधिकारी ने अपने आदेश में एस.डी.एम को निर्देश दिये हैं कि इस दुर्घटना के कारणों की तत्काल जांच पूर्ण कर 15 दिन में जांच आख्या उपलब्ध कराये। जिलाधिकारी चम्पावत ने बताया है कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर मृतक छात्र के परिजनों को दो लाख रूपये की आर्थिक सहायता मुख्यमंत्री राहत कोष से दी जायेगी तथा घायल छात्रों के निशुल्क उपचार की व्यवस्था की गई है।