देहरादून (Uttarakhand): उत्तराखंड विधानसभा सचिवालय की नियुक्तियों में अनिमितता के मामले में विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी ने आज शुक्रवार को 228 नियुक्तियों को रद्द कर दिया हैं, साथ ही उन्होंने विधानसभा सचिव मुकेश सिंघल को भी निलंबित कर दिया। उन्होंने पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल व प्रेमचंद अग्रवाल के कार्यकाल में हुई भर्तियों को निरस्त करने का ऐलान किया है।
समिति ने नियुक्तियां रद्द करने की संस्तुति के बाद विस अध्यक्ष ने नियुक्तियां रद्द करने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है।
शुक्रवार को विधानसभा में आयोजित पत्रकार वार्ता में ऋतु खंडूड़ी ने बताया कि जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें भर्तियों में कई अनियमिताओं को उजागर किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है क कि भर्तियों के लिए किसी भी चयन समिति का गठन नहीं किया गया। भर्तियों के लिए न ही कोई विज्ञापन निकाला गया, न ही कोई सार्वजनिक सूचा प्रकाशित की गई।
2016 के बाद सभी कमर्चारियों की नियुक्तियों को रद्द किया गया है।