देहरादून: आम आदमी पार्टी का कहना है कि लगातार जब से आप उत्तराखंड में आई है तब से कहती आ रही उत्तराखंड के मुख्यमंत्री जीरो वर्क सीएम है, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने भी अपने उत्तराखंड दौरे के दौरान त्रिवेंद्र सिंह रावत को जीरो वर्क सीएम बताया था। आज चार साल के बाद उत्तराखंड मे हुए राजनीतिक घटनाक्रम से बीजेपी का असली चेहरा एक बार फिर से सामने आया है। आखिरकार आप की जीरो वर्क बात पर बीजेपी आलाकमान ने मुहर लगा दी। आप ने आज इसी खुशी में आतिशबाजी की और कार्यकर्ताओं ने मिठाई बांटी। इसके साथ ही आप कार्यकर्ताओं ने बीजेपी से उत्तराखंड के चार साल बर्बाद करने के लिए उत्तराखंड की जनता से माफी मांगने के लिए कहा।
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने इसे बीजेपी की 2022 से पहले की बडी हार बताया और कहा कि आम आदमी पार्टी के जीरो वर्क सीएम के कथन पर, आज बीजेपी आलाकमान ने मुहर लगा दी है।
इस दौरान दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने ट्वीट कर लिखा कि उत्तराखंड में मुख्यमंत्री बदल कर बीजेपी ने 2022 से पहले ही हार मान ली है। 4 साल में बीजेपी एक भी ऐसा काम नहीं कर सकी, जिसके दम पर दोबारा वोट मांगने जा सकें। चेहरा बदलकर नकारेपन को छुपाया जा रहा है। बीजेपी को उत्तराखंड की जनता के 4 साल खराब करने के लिए माफी मांगनी चाहिए।
वहीं आप पार्टी प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने ट्वीट कर लिखा कि प्रदेश की माननीय जनता को हार्दिक बधाई, 4 साल के कुशासन से मिली मुक्ति भाजपा को उत्तराखंड की जनता से माफी मांगनी चाहिए जो ऐसा नाकाम मुख्यमंत्री प्रदेश को दिया, 4 साल पहले जो पाप किया है ,वो केवल मुख्यमंत्री बदल कर 4 साल के कुशासन के कलंक को नहीं मिटाया जा सकता।
आप प्रवक्ता ने कहा, पार्टी लगातार इस बात को कहती आई है कि, मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने 4 सालों में कोई कार्य नहीं किया। वो जीरो वर्क सीएम रहे और आप पार्टी की इस बात पर मीडिया ने भी सर्वे के जरिए मुहर लगाते हुए उन्हें देश का सबसे फिसड्डी सीएम बताया था। आप प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी को जनता की भावनाओं से कोई मतलब नहीं है, इन्हें सिर्फ दलगत राजनीति से मतलब है और इस राजनीति के लिए ये किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन्होंने कहा, दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने उत्तराखंड प्रवास के दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री से 5 विकास कार्य गिनाने को कहा था ,लेकिन पूरी सरकार जवाब देने में नाकाम रही और आज मुख्यमंत्री को मजबूरन अपने पद से इस्तीफा देना, ये साफ बयां करता है कि, इन्होंने अपने कार्यकाल में ऐसा कोई कार्य नहीं किया, जिससे इन्हें पद में पार्टी बने रहने देती और जबरन इन्हें पार्टी ने इस्तीफा दिलवा दिया।
अब समय आ गया है कि, बीजेपी प्रदेश की जनता के साथ छल करने और जनता को धोखा देने के लिए जनता से माफी मांगे, क्योंकि जनता ने प्रदेश के विकास के लिए इस पार्टी को वोट दिया था, लेकिन बीजेपी ने हर बार की तरह इस बार भी जनता की भावनाओं के साथ खिलवाड किया और आखिरकार बीजेपी आलाकमान ने मजबूरन आप पार्टी की बात पर मुहर लगाते हुए अपने सीएम को कुर्सी से मजबूरन हटा दिया। लेकिन अब बीजेपी के दिन फिरने वाले हैं, जनता की भावनाओं के साथ हुए 4 साल से इस घोखे के लिए जनता बीजेपी को कभी माफ नहीं करेगी और आगामी चुनावों में जनता इसका जवाब देगी।