भराड़ीसैंण: आप को बतादें की कल सड़क की मांग को लेकर उत्तराखंड के भराड़ीसैंण में विधानसभा भवन का घाट क्षेत्र के लोगों सहित कांग्रेसी व यूकेडी कार्यकर्ताओं ने घेराव किया। और दिवालीखाल में जबरन बैरियर हटाकर आगे जाने का प्रयास किया गया। जिसपर पुलिस द्वारा उन पर लाठियां बरसाई गयी, जिसमें कई आंदोलनकारी चोटिल हो गए। जिससे आक्रोशित आंदोलनकारियों ने पुलिस पर पथराव किया। जिसको देखते पुलिस ने कई आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर मेहलचौंरी अस्थायी जेल भेज दिया। बाद में उन्हें रिहा भी किया गया। डीजीपी अशोक कुमार ने भी घटना की निंदा की है।
वहीँ बजट सत्र के दूसरा दिन मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने आज भराड़ीसैंण में मीडिया से वार्ता करते हुए कहा कि जनपद चमोली में गैरसैंण के समीप दिवालीखाल में घाट विकासखण्ड के लोगों द्वारा सड़क चैड़ीकरण को लेकर किये जा रहे प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों व पुलिस प्रशासन के बीच घटित घटना की मजिस्ट्रेटी जांच के निर्देश दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि इस प्रकरण में जो भी दोषी है उसका भी संज्ञान लिया जायेगा और यदि कोई निर्दोष है, तो उस पर कोई कारवाई नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी ब्लाक मुख्यालयों पर जिन पर ट्रेफिक कम है, उनको डेढ़ लेन से जोड़ने एवं अधिक ट्रेफिक वाले जनपदों को डबल लेन से जोड़ने की घोषणा पिछले माह अल्मोड़ा में की गई थी। चमोली जनपद भ्रमण के दौरान भी यह बात कही गई थी। लेकिन कुछ लोग अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं एवं भ्रम फैलाने का कार्य कर रहे हैं।