देहरादून: दिनाक 31/01/23 को थाना कोतवाली नगर व स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप देहरादून को सयुक्त रूप से सूचना मिली कि एमडीडीए कंपलेक्स में स्थित एक दुकान पर कुछ लोग फर्जी मार्कशीट व शैक्षणिक दस्तावेज बनाकर लोगो से पैसा वसूल कर रहे हैं। जिसके देखते हुए कोतवाली नगर व एसओजी की संयुक्त टीम द्वारा एमडीडीए काम्प्लेक्स में स्थित दुकान संख्या एल-21 पर स्थित आश्रय फाउंडेशन के ऑफिस में पहुच कर, जहां पर एक व्यक्ति मौजूद मिला, जिससे पूछताछ करने पर उसने अपना नाम राज किशोर राय पुत्र राम मनोहर राय निवासी मकान नंबर 124 पित्थुवाला खुर्द, चंद्रमणि कैलाशपुर रोड, मोहब्बेवाला, देहरादून, उम्र 43 वर्ष, मूल निवासी ग्राम बिकेन्या, निकट पंचायती भवन, थाना व जिला गाजीपुर उत्तरप्रदेश बताया। मौके पर ऑफिस में टेबल पर एक लैपटॉप, 01 डेक्सटॉप, 01 प्रिंटर व 01 सीपीयू मिला। लैपटॉप के पास कुछ राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान परिषद के सीनियर सैकैण्डरी स्कूल एग्जामिनेशन व सैकैण्डरी स्कूल एग्जामिनेशन के प्रमाण पत्र रखे मिले। उक्त प्रमाण पत्रों के संबंध में सख्ती से पूछताछ करने पर उक्त व्यक्ति ने माफी मांगते हुए बताया कि साहब मैं अपने साथी सहेंद्र पाल, जो कि खतौली मुज्जफरनगर का रहने वाला है, के साथ मिलकर एक राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान परिषद के नाम से फर्जी वेबसाइट बनाकर लोगों का रजिस्ट्रेशन कर उनको सीनियर सैकैण्डरी स्कूल एग्जामिनेशन व सैकैण्डरी स्कूल एग्जामिनेशन की अंक तालिका प्रमाण पत्र व अन्य फर्जी शैक्षिक प्रमाण पत्र बनाकर देता हूं, जिसके एवज में, मैं छात्रों से रुपए लेता हूं। फर्जी सर्टिफिकेट से प्राप्त रुपयों को मैं व सहेंद्र पाल आपस में बांट लेते हैं। मौके से अभियुक्त को गिरफ्तार कर उसके कब्जे से प्राप्त फर्जी दस्तावेजों को पुलिस द्वारा कब्जे में लिया गया। अभियुक्त को समय से न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा।
अभियुक्त से पूछताछ व अब तक की विवेचना से यह तथ्य प्रकाश में आया है कि अभियुक्त राज किशोर राय के द्वारा अन्य अभियुक्त गण इन्दु व सहेंद्र पाल के साथ मिलकर एक नेशनल काउंसिल फॉर रिसर्च इन एजुकेशन के नाम से एक ट्रस्ट बनाया तथा उसे पंजीकृत कराया। साथ ही उक्त ट्रस्ट के नाम से एक वेबसाइट बनाई गई, जिसमें 10वीं व 12वीं के विद्यार्थियों की परीक्षा करवाने व उसके पश्चात मार्कशीट प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए जाने के संबंध में अलग-अलग माध्यम से प्रचार-प्रसार किया गया। इसमें अभियुक्त राज किशोर राय का मोबाइल नंबर अंकित किया गया, जिस पर अलग-अलग राज्यों से युवकों द्वारा रजिस्ट्रेशन करवाया गया। अभियुक्त गण द्वारा कुछ विद्यार्थियों को लिंक भेज कर फर्जी परीक्षाएं भी कराई जाती थी और उन्हें उपरोक्त फर्जी संस्थान की मार्कशीट व प्रमाण पत्र उपलब्ध कराए जाते थे तथा कुछ अभ्यर्थियों को बिना परीक्षा के भी बेक डेट की भी मार्कशीट, प्रमाण पत्र, माइग्रेशन प्रमाण पत्र व अन्य शैक्षणिक प्रमाण पत्र 6 हजार से 8 हजार रुपये लेकर दिए जाते थे। इसके लिए अभियुक्त द्वारा अलग-अलग बैंक खाते खोले गए थे, जिससे संबंधित 7 बैंक पासबुक, 5 चेक बुक अभियुक्त के पास से बरामद हुए। अभियुक्त के द्वारा यह भी बताया गया कि उनके द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा अनुसंधान परिषद के अलावा उत्तराखंड मुक्त विद्यालय शिक्षा संस्थान के नाम से सोसाइटी भी रजिस्टर करायी थी। इसका पता पित्थुवाला खुर्द मोहब्बेवाला देहरादून अंकित किया गया, जिसमें 7 लोगों को ट्रस्टी बनाया गया था। इसके अतिरिक्त अभियुक्त द्वारा आश्रय फाउंडेशन के नाम से ट्रस्ट बनाया गया हैं, जिसके नाम का प्रयोग एमडीडीए कॉंम्पलेक्स में स्थित दुकान कार्यालय में किया जा रहा है।
वांछित अभियुक्तों में सहेन्द्र पाल पुत्र हरपाल सिह निवासी म.न. 317 स्ट्रीट न01 नियर गौरा शंकर शिव मन्दिर सैनी नगर खतौली मु0 नगर व इन्दु पुत्री हयात सिह निवासी 129 हरभजवाला, मेहूंवाला, देहरादून शामिल है।
गठित पुलिस टीम में कोतवाली नगर से विद्या भूषण नेगी प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर, उप निरीक्षक विवेक राठी चौकी प्रभारी धारा कोतवाली नगर देहरादून, उपनिरीक्षक विजय प्रताप राही चौकी धारा कोतवाली नगर, कांस्टेबल अमित चौकी धारा कोतवाली नगर व कांस्टेबल धीरेंद्र पतियाल चौकी धारा कोतवाली नगर शामिल थे और एसओजी टीम से मुकेश त्यागी निरीक्षक प्रभारी एसओजी जनपद देहरादून, अवर निरीक्षक हर्ष अरोडा, कांस्टेबल देवेंद्र कुमार, कांस्टेबल किरन कुमार, कांस्टेबल ललित कुमार, कांस्टेबल अमित कुमार, कांस्टेबल नरेन्द्र रावत, कांस्टेबल पंकज कुमार व कांस्टेबल आशीष शर्मा शामिल थे।