देहरादून: चारधाम यात्रा (Chardham Yatra) से जुड़े लोगों का आरोप है कि 31 अक्टूबर तक देवस्थामान बोर्ड की वेबसाइट पर कोई भी ई-पास उपलब्ध नहीं है। उनका यह भी कहना है कि ई-पास की बुकिंग खुलते ही 5 घंटे में पूरे ई-पास 31 अक्टूबर तक ब्लॉक हो गये। उनका यह भी आरोप है कि देवस्थानम बोर्ड की वेबसाइट पर ई-पास कैंसलेशन का कोई भी प्राविधान नहीं है।
हमसे बात करते हुए टूर संचालक आशुतोष चन्देल ने कही यह बातें।
ई पास नहीं होने की वजह से यात्रा बिल्कुल रुक सी गई है और यात्रियों के एयर टिकट व रेलवे टिकट सब बर्बाद हो गए। क्योंकि 400-600 और 800, 1200 की जो सीमा है, वह धामों रहने और ठहरने की सीमा का 10% भी नही है।
लगभग 90% होटल चारों धामों के खाली पड़े हैं।
चार धाम यात्रा से जुड़े ट्रांसपोर्ट की गाड़ियां खाली पड़ी है और उनको कोई भी काम नहीं मिल पा रहा है।
हैली सेवा के शुरू होने में अनिश्चितता के कारण यात्रा में कई सारे व्यवधान और असमंजस की भावना फैल रही है।
कभी-कभी ऐसा प्रतीत होता है की वेबसाइट के डेटाबेस फेल्योर हो जाने के कारण भी सीटों की उपलब्धता नहीं मिल पा रही है।
जिस तरह से यात्रा के सारे ई-पास खत्म हो गए हैं तो क्या हैली सेवा शुरू हो जाने के बाद यात्री अपनी यात्रा कर पाएंगे?
क्या हैली सेवा कंपनी को पर्याप्त बुकिंग मिल पाएगी?
हैली सेवा के चार्टर सेवाओं में क्या यात्री ई-पास ले पाएंगे, क्योंकि अभी से ही सारे ई-पास खत्म हो गए है? क्या चार्टर सेवा बंद हो जाएगी?
क्या चार्टर्ड सेवा में यात्रा करने वाले यात्रियों को हाईकोर्ट के आदेश से छूट है? वो बिना ई-पास के यात्रा करेंगे?
अब देखना होगा कि कैसे इन जटिल परिस्थितियों में सरकार यात्रा को करा पाएगी।
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