रुद्रप्रयाग: मौजूदा वित्तीय वर्ष की जिला योजना में विभागों के कार्य की समीक्षा शुक्रवार को जिला पंचायत अध्यक्ष ने की। उन्होंने अधिकारियों पर जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा का आरोप लगाया। वहीँ जिलाधिकारी ने बजट का पूरा खर्चा अभी तक ना होने पर अधिकारियों को फटकार लगाई और मार्च तक पूरा बजट खर्च करने के निर्देश दिये।
जिला योजना की समीक्षा शुक्रवार को जिला पंचायत अध्यक्ष व डीपीसी के सदस्यों ने की। यह बैठक हंगामेदार रही और सदस्यों ने अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये। जिला पंचायत अध्यक्ष ने सरकार पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि अधिकारी निरंकुश बने हुए हैं बावजूद इसके जिला प्लान की योजनाओं का श्रेय भी अधिकारियों को दिया जा रहा है।
वहीं बजट खर्च को लेकर जिलाधिकारी ने भी स्वीकारा कि जिला प्लान का अभी तक 60 फीसदी धन ही खर्च हो पाया है और प्रगति अभी कम है। उन्होंने विभागों को कडे निर्देश दिये कि 31 मार्च तक विकास योजनाओं का धन पूरा खर्च हो जाना चाहिए। साथ ही जनप्रतिनिधियों की भावनाओं का भी पूरा ध्यान रखा जाना चाहिए।
गौरतलब है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष समाप्त होने में करीब 20 दिन ही बचे हुए हैं लेकिन अभी भी 40 फीसदी धन को योजनाओं पर खर्च किया जाना है। लेकिन अब सवाल यह उठता है कि विभाग जिस कार्य को वर्षभर में नहीं कर सके, वह आखिर 20 दिनों में ऐसी कौन-सी जादू की छडी होगी जिससे विकास का चालीस फीसदी धन को खर्च कर दिया जाएगा।