देहरादून: परमार्थ निकेतन स्वर्गाश्रम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का शुभारंभ उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने दीप प्रज्वलित कर किया। इससे पहले उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर पहुंचे। जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर प्रदेश के राज्यपाल केके पॉल व प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। एयरपोर्ट से उपराष्ट्रपति मुख्यमंत्री और राज्यपाल के साथ हेलीकॉप्टर एमआई-17 से ऋषिकेश पहुंचे।
तीर्थनगरी ऋषिकेश में प्रत्येक वर्ष एक मार्च से आयोजित होने वाला अंतरराष्ट्रीय योग महोत्सव का बीते गुरुवार को गंगा के दोनों तटों पर आगाज हो गया है। मुनिकीरेती के गंगा रिजॉर्ट और पूर्णानंद मैदान में जबकि गंगा के दूसरे तट पर परमार्थ निकेतन में योग महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। तीर्थनगरी में बड़ी संख्या में विदेशी मेहमान भी योग साधना के लिए पहुंचे हैं। उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि इस निर्मल गंगा के किनारे आना सुखद अनुभव है। मैं सौभाग्यशाली हूं कि यहां आने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि योग के अलग-अलग रूप हैं। तन-मन को सुंदर रखता है। बौद्धिक स्तर से मजबूत बनाता है। लोगों को जोड़ने का काम भी करता है। सिर्फ भौतिक रूप से नहीं, बल्कि मानसिक रूप से भी स्वस्थ रखता है। कहा कि भारत हमेशा से दुनिया को जानकारी देता है। दुनिया को शांति का संदेश देता है। प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनके प्रयास से पूरी दुनिया 21 जून को योग दिवस मनाती है। साथ ही कहा कि परमार्थ निकेतन का भी दुनिया में योग को पहुचाने में अहम योगदान है। पतंजलि ने सबसे पहले मन और बुद्धि को शांत कर योग करना शुरू किया था। जो भी चुनौती है उसे योग और ध्यान के जरिये सुलझाने में मदद मिलती है। योग के जरिये दुनिया मे शांति कायम की जा सकती है। उन्होंने कहा कि भगवान कृष्ण ने भी कर्मयोग, भक्ति योग और ज्ञान योग की बात की। हमें भी इनका अनुसरण करना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि इस योग महोत्सव में विश्व का लघु रूप देखने को मिला है। योग मन चित्त और शरीर को स्वस्थ रखता है। आज विश्व में लोग तमाम संतापों से स्वयं को असहज और तनावयुक्त महसूस कर रहे हैं। योग विश्व को शांति और सुख देने का काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि योग भारत की अनमोल निधि है। कार्यक्रम में राज्यपाल के के पॉल, केंद्रीय पर्यटन राज्य मंत्री के.जे अल्फोस, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, वन मंत्री डा. हरक सिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत, क्षेत्रीय विधायक रितु खंडूरी, योग गुरु गुरमुख कौर खालसा प्रेम बाबा आदि उपस्थित हैं।