कोरोना से लड़ने के लिए सीएम राहत कोष में विधायकों के योगदान मामले में बीजेपी सरकार व पार्टी पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना का जोरदार हमला
देहरादून: आगामी 6 अगस्त को उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रीतम सिंह प्रदेश कांग्रेस द्वारा आयोजित जिला स्तरीय वर्चुअल सम्मेलनों की कड़ी में नैनीताल, हल्द्वानी के वर्चुअल सम्मेलन का शुभारंभ करेंगे। यह घोषणा आज कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने की। उन्होने बताया कि राज्य के सभी 13 प्रशासनिक जनपदों में इस तरह के सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। वर्चुअल सम्मेलनों के आयोजन के उद्देश्य व आवश्यकता के बारे में जानकारी देते हुए धस्माना ने बताया कि कोरोना काल में जिस प्रकार से कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा है और एक स्थान पर ज्यादा लोगों को एकत्रित नहीं किया जा सकता, ऐसी स्थितियां में आज वर्चुअल सम्मेलन सबसे ज्यादा कारगर साबित हो सकता है।
इसलिए प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने राज्य भर में संगठनात्मक व आंदोलनात्मक कार्यक्रमों के बारे में चर्चा करने, कोविड काल में पार्टी की रचनात्मक भूमिका के बारे में, प्रवासियों व स्थानीय नागरिकों को आ रही परेशानियों के बारे में व प्रदेश भर में वर्षा काल में आ रही आपदा राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा व रणनीति तैयार करने के लिए राज्य के सभी 13 जनपदों में वर्चुअल सम्मेलन आयोजित करने का फैसला लिया है। धस्माना ने बताया कि इन सम्मेलनों में जिला अध्यक्ष समेत जिला कार्यकारणी के पदाधिकारी, उस जिले के विधायक, पूर्व विषयक व विधायक प्रत्याक्षी तथा उस जनपद के प्रदेश पदाधिकारी, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष गण, फ्रंटल संगठनों के जिला अध्यक्ष भाग लेंगे।
धस्माना ने बताया कि इन वर्चुअल सम्मेलनों में उपलब्धता के अनुसार अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी आमंत्रित किया जाएगा। धस्माना ने बताया कि सारे समेलनों का समन्वय का कार्य प्रदेश कांग्रेस आईटी विभाग करेगा।
धस्माना ने कोरोना से लड़ने के लिए सीएम राहत कोष में विधायकों के योगदान मामले में बीजेपी सरकार व पार्टी पर जोरदार हमला बोलते हुए बीजीपी को दुनिया की सबसे ज्यादा झूठ बोलने वाली मशीन करार देते हुए कहा कि सीएम राहत में विधायकों के योगदान का जो खुलासा हुआ, वो बीजेपी के उन नेताओं के लिए चुल्लू भर पानी में डूबने के लिए काफी है जो लगातार पत्रकार वार्ताएं आयोजित कर यह सवाल कर रहे थे कि सीएम राहत कोष में कांग्रेस ने क्या किया।
धस्माना ने कहा कि आरटीआई के खुलासे ने पूरे प्रदेश व देश को बता दिया कि कांग्रेस विधायकों ने बीजेपी विद्यायकों से कई गुना पैसा सीएम राहत कोष में दिया और जो मंत्री व विधायक सबसे ज्यादा चिल्ला चिल्ला कर कांग्रेस से सवाल कर रहे थे, वे स्वयं इस मामले में फ़िसड्डी साबित हुए।
धस्माना ने कहा कि राज्य में जिस प्रकार से कोरोना संक्रमण अपने पैर पसार रहा है, केंद्र व राज्य सरकारें इससे अपना पल्ला झाड़ते हुए आम जनता को भगवान भरोसे छोड़ कर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ रही है। धस्माना ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की यह मांग शुरू से रही है और फिर आज इस मांग को दोहरा रही है कि कोविड19 का चाहे टैस्ट हो या इलाज, इसका पूरा खर्च राज्य सरकार वहन करे व हर निजी हॉस्पिटल व मैडीकल कॉलेजों के हस्पतालों में उसकी क्षमता के 25 प्रतिशत बैड, वेंटीलेटर व आईसीयू कोविड मरीजों के लिए आरक्षित किये जायें।
पत्रकार वार्ता में निवर्तमान प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी, पार्टी के आईटी विभाग के प्रदेश अध्यक्ष सरदार अमरजीत सिंह, उपाध्यक्ष विशाल मौर्या, विजय भट्ट, राजेश चमोली, लाखी राम बिजल्वाण, आदर्श सूद उपस्थित रहे।