-अरुण कश्यप
हरिद्वार: लक्सर रोड पर बने कुछ बैंकट हॉल इन दिनों आम लोगों और राहगीरों के लिए मुसीबतें बने हुए हैं। एक ओर जहां इन बैंकट हॉल से भयंकर गंदगी पैदा हो रही है। वहीं दूसरी ओर यह बैंकट हॉल देर रात तक होने वाली शादियों में सड़क जाम को भी न्योता देते हैं। सबसे ज्यादा प्रदूषण जगजीतपुर और मिस्सरपुर के बीच स्थित बैंकट हॉल फैला रहे हैं। यहां स्थित पांच बैंकट हॉल हर तरह का प्रदूषण फैला रहे हैं। इनमे सबसे आगे है वाटिका फार्म हाउस, जिसने आस-पास के कॉलोनी वासियों का जीना दुभर कर दिया है, क्योंकि शादी-पार्टियो के बाद बचा हुआ भोजन और कूडा करकट ये बैंकट हॉल वाले सीधा खुले मे डाल देते हैं और दूषित और बदबूदार जल का कॉलोनी की नालियों में बहा देते हैं।
वाटिका बैंकट हॉल के पास ही निवास करने वाले धर्मेंद्र सैनी ने बताया कि, इस बैंकट हॉल ने हमारा जीवन नरक बना दिया है। सड़ा गला खाना और कूडा करकट ये हमारे घरो के पास जबरन डाल देते हैं, जिससे पूरा क्षेत्र दुर्गंध मय हो जाता है। यहां सांस लेना भी हम लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है। हमने कई बार इसकी शिकायत अधिकारियों से की लेकिन, किसी ने हमारी नही सुनी। बच्चों के इम्तिहान चल रहे है लेकिन ये रात-रात भर तेज आवाज मे डीजे चलाते हैं।
केवल यही नहीं रात को होने वाली शादियां यहाँ भंयकर जाम को भी न्योता देती। यह जाम कई किलोमीटर तक लग जाता है। वाटिका फार्म हाउस से निकला कूडा महर्षि विद्या मंदिर स्कूल के समीप भी डाला जाता है जिससे राहगीरो के साथ साथ स्कूली बच्चो का भी स्वास्थ्य बिगड जाता है।