बागेश्वर: ज़िले के सभी तहसीलों में छाई धुंध चारों तरफ धुंए की परत छाई वातावरण में अजीब सी धुंध छाने से धुप भी हल्की निकली हुई। गर्मी के चलते तापमान में भी बढ़ोतरी हुई। धुएं-धुंध के चलते लोगो को कई दिक़्क़तों का सामना करना पड़ रहा है। धुंध चलते सांस,दमे,अस्थमा के मरीजों को काफ़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा। ज़िला अस्पताल में रोज़ाना ऐसे मरीज़ों की संख्या बड़ गई।
वहीं उत्तराखण्ड की पहाड़ों की शांत वादियों के सैर सपाटे पर निकले देशी -विदेशी सैलानियों को भी इस अजीब सी धुंध से दिक्कते हो रही है। अब तक पर्यटकों को हिमनगरी कौसानी,चौकोड़ी,गिरीछीना,कांडा आदि पर्यटक स्थानो से हिमालय की वृस्तृत रेंज के दर्शन नहीं कर पा रहे है। पर्यटकों में मायूसी छाई। वहीँ इस धुंध का प्रमुख कारण जंगलो की आग भी बताया जा रहा है।
वर्तमान जनपद की सभी 6 रेंज आग से जल रही लाखो करोडो की वन सम्पदा खाक हो चूंकि इस फ़ायर सीजन में वन विभाग के दावों हकीकत की पूरी पोल खुल चुकी है। वहीं मैदानी इलाक़ों से पहाड़ की वादियों वक लुत्फ़ लेने पहुँच रहे टूरिस्ट जंगलों की आग धुन्ध के चलते हिमालय के दीदार नही कर पा रहे है। वहीं होटेल एसोसिएशन भी वन विभाग की लापरवाही के चलते इस वर्ष होटल कारोबारी भी बेहद परेशान है। क़रीब अब तक 70% कारोबार प्रभावित हुआ। पर्यटक न के बराबर आ रहे जो आ भी रहे मायूस होकर लौट रहे है. कई पर्यटकों ने अपनी बुकिंग्स रद्ध करवा दी है।