हल्द्वानी: विजिलेंस टीम को बड़ी सफलता मिली है। टीम ने वन दरोगा को एक लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है।
मामले के अनुसार, बीते सोमवार को शिकायतकर्ता फईम अहमद ने पुलिस अधीक्षक सतर्कता सेक्टर नैनीताल, हल्द्वानी कार्यालय आकर शिकायत दर्ज कराई कि, उसका व उसके साथी नियाज़ अली के डम्पर 7 मार्च को बंजारी गेट रामनगर के अंदर वन विभाग की टीम ने सीज किये थे। गाड़ियां गलत सीज की गईं थीं क्योंकि हमारे अंदर जाने का पास टोकन भी था। जब मैं और नियाज़ उसे छुड़वाने के लिए रेंजर साहब से मिले तो उन्होंने हमसे वन दरोगा शैलेन्द्र चौहान से मिलने को कहा।
दरोगा शैलेन्द्र चौहान ने कहा कि, दो लाख लगेंगे और गाड़ी छूट जाएगी। मेरे ये पूछने पर कि इसकी रसीद मिलेगी तो कहा कि 50 हज़ार की रसीद मिलेगी। दुबारा मिलने पर और बार-बार अनुरोध करने पर वो दो लाख लेकर उच्चाधिकारियों से गाड़ी छुड़वाने के लिए तैयार हुए। उसके द्वारा सीनियर अधिकारी से काम करवाने के बदले रिश्वत की माँग की जा रही है। जिसके बाद शिकायतकर्ता ने रिश्वत न देकर इसकी शिकायत सतर्कता विभाग में की।
इस शिकायत की जांच करने पर तथ्य सही पाए जाने के बाद निरीक्षक राम सिंह मेहता के नेतृत्व में एक ट्रैप टीम का गठन किया गया, जिसने आज मंगलवार को शैलेन्द्र चौहान पुत्र भारत सिंह, निवासी पट्टी चौहान, जसपुर, जनपद ऊ.सि. नगर, तैनाती गुलज़ार पुर वन चौकी, तराई पश्चिमी वन प्रभाग, रामनगर को रंगे हाथों रिश्वत राशि एक लाख के साथ रामनगर भवानी गंज चौराहे से गिरफ्तार किया है।
बता दें कि, सतर्कता विभाग द्वारा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए 18001806666 टोल फ्री हेल्पलाइन की व्यवस्था की गयी है। वृहद प्रचार-प्रसार के लिए बोर्ड लगाये गये है और फेसबुक एवं व्हाट्सअप 9456592300 पर भी सतर्कता विभाग सक्रिय है।