देहरादून: इस साल के तीसरे और अंतिम सूर्य ग्रहण को उत्तराखंड के अधिकांश जिलों में कोहरे की चादर ने ढक दिया। बुधवार रात से ही सूतक शुरू हो गया था। इससे पहले गत शाम को ही मंदिरों के कपाट भी बंद कर दिए गए और सभी शुभ कार्यों पर निषेध रहे। सूर्यग्रहण का असर खत्म होने के बाद ही मंदिरों के कपाट खुले और शुद्धिकरण किया गया। इस बार 144 साल बाद ऐसा संयोग है कि अमावस्या और गुरुवार एक ही दिन पड़े। ऐसे में इस ग्रहण का समस्त 12 राशियों पर असर माना गया। इस माह में सूर्य, मंगल, बुध और शुक्र राशि बदल रहे हैं। जिसके बाद माना जा रहा है कि चंद्रमा हर ढाई दिन में राशि परिवर्तन करेगा।
Landed in Kozhikode, just in time to capture this beauty… Sun turns into a ring of fire as the moon has eclipsed it. #AnnularSolarEclipse #solareclipse2019 #Eclipse #सूर्यग्रहण pic.twitter.com/0zlHGMYlNV
— Janhavee Moole (@janhavee) December 26, 2019