देहरादून: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव एक बार फिर आगे खिसक गया है। अब 15 जनवरी के बाद नए अध्यक्ष का एलान होगा। पहले इसके लिए 30 दिसंबर तक का समय निर्धारित था। पार्टी सूत्रों के अनुसार नागरिकता संशोधन कानून को लेकर देशभर में शुरू हो रहे जनजागरण अभियान में भाजपा के सभी राष्ट्रीय नेताओं के व्यस्त होने के कारण उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव आगे खिसकना तय है। भाजपा के सांगठनिक चुनावों के तहत मंडल व जिला इकाइयों के अध्यक्षों का एलान हो चुका है। इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए सर्वानुमति बनाने की कवायद हुई और 15 दिसंबर तक चुनाव का निश्चय किया गया। बावजूद इसके क्षेत्रीय संतुलन समेत अन्य कारणों के चलते बात नहीं बन पाई।
ऐसे में नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए 30 दिसंबर तक की तिथि नियत की गई। इस कड़ी में पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर राज्यसभा सदस्य और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे व राष्ट्रीय मंत्री आरपी सिंह ने देहरादून में पार्टी नेताओं के मन की थाह भी ली।