कर्णप्रयागः कर्णप्रयाग-रानीखेत हाईवे पर सुभाषगर में घटगाड़ में 50 मीटर खाई पर बनी पुलिया में शासन की अनदेखी के चलते दर्दनाक हादसा हो गया है। पुलिया के किनारे लोहे के गार्डर नहीं हैं, जिससे आज दोपहर स्कूल की छुट्टी के बाद घर जा रही एक छात्रा कर्णप्रयाग के लगांसू बाजार में डाट पुलिया से नीचे जा गिरी। पुलिस और स्थानीय लोग छात्रा को सीएचसी कर्णप्रयाग ले गए लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही छात्रा ने दम तोड़ दिया। छात्रा राइंका लंगासू में कक्षा 12 में पढ़ती थी।
दरअसल राजकीय इंटर कॉलेज लंगासू में अध्ययनरत छात्रा रश्मि राणा (16) पुत्री अमर सिंह राणा, दोपहर को स्कूल की छुट्टी के बाद घर देवलीबगड़ लौट रही थी। तभी शिव मंदिर के पास डाट पुलिया से गुजरते हुए वह अचानक अनियंत्रित होकर पुलिया से नीचे खाई में गिर गई। स्थानिए लोगों की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों और स्कूल के शिक्षकों की सहायता से गंभीर रूप से घायल छात्रा को खाई से बाहर निकाला। और आनन फानन में प्राइवेट वाहन से सीएचसी कर्णप्रयाग ले जाया जा रहा था कि छात्रा ने अस्पताल पहुंचने से पहले ही दम तोड़ दिया। छात्रा की मौत की खबर से शिक्षकों, छात्र-छात्राओं और स्थानीय लोगों में शोक की लहर है। आपको बता दें की पुलिया के किनारे लोहे के गार्डर नहीं हैं, जिससे वाहन आने की दशा में पैदल चलने वाले लोगों के गिरने का डर बना रहता है। इसके अलावा कर्णप्रयाग के पास पंचपुलिया की पहाड़ियों पर बनी चट्टानेें भी खतरनाक बनी हैं।
वहीं, स्कूली छात्रा की मौत से गुस्साए स्थानीय लोगों ने राष्ट्रीय राजमार्ग के पास करीब 15 मिनट तक धरना दिया। उन्होंने जिला प्रशासन और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्रा की मौत से गुस्साए लोगों का कहना है कि आए दिन पुल पर हादसे होते रहते हैं। लेकिन शासन-प्रशासन घटनाओं को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठा रहा है। लोगों ने पुल के दोनों तरफ सुरक्षा की मांग की है। वहीं, मौके पर पहुंचे उपजिलाधिकारी कर्णप्रयाग और एनएच के जीएम ने गुस्साए लोगों को समझाने की कोशिश की। उन्होंने स्थानीय लोगों को आश्वाशन दिया कि जल्द ही पुल के दोनों तरफ सुरक्षा के लिए पैराफिट लगा दिए जाएंगे।