रिपोर्ट – नरेन्द्र बिस्ट
उत्तराखंड: एक शिक्षक का तबादला रुकवाने को पूरा गांव एकजुट हो गया। ग्रामीणों का कहना था कि शिक्षक ने अपनी मेहनत और लगन से विद्यालय का नक्शा बदल दिया है। उनके आने पर जहां स्कूल की छात्र संख्या मात्र एक थी, आज बढ़कर 11 हो गई है। जिसमं लगातार सुधार हो रहा है। उन्होंने विद्यालय और बच्चों की बेहतरी के लिए उन्हें इसी विद्यालय में स्थाई नियुक्ति देने की मांग की।
यहां बात हो रही है राजकीय प्राथमिक विद्यालय अनर्सा के प्रधानाध्यापक पूरन चंद्र जोशी की। जिन्होंने अपनी मेहनत और लगन से विद्यालय की छात्र संख्या बढ़ाने के साथ अभिभावकों के मन में भी सरकारी शिक्षा के प्रति विश्वास बढ़ाया है। इसी का नतीजा है कि उनके रहते विद्यालय की छात्र संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अर्द्धवार्षिक परीक्षा के बाद विद्यालय से उनका स्थानांतरण करने की सुगबुगाहट होते ग्रामीणों में नाराजगी है। उन्होंने कहा कि प्रधानाध्यापक जोशी ने अपनी मेहनत से बंद होने के कगार पर खड़े विद्यालय को नवजीवन दिया है। ऐसे में उनका तबादला करना बच्चों व अभिभावकों के साथ अन्याय है। इससे विद्यालय में नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। लगातार बढ़ रही छात्र संख्या भी कम होने की संभावना है। उन्होंने जनहित में प्रधानाध्यापक को उसी विद्यालय में बनाए रखने को कहा। वरना समस्त ग्रामीण उग्र आन्दोल को बाध्य होंगे।