बेंगलुरु: इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन के लिए बेंगलुरु में खिलाडियों की नीलामी चल रही है। इस बीच उत्तराखंड के लिए एक बड़ी खबर आ रही है। प्रदेश के गौरव और आईपीएल में शतक लगाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी मनीष पांडे 11 करोड़ में बिके हैं। जो कि देश और विदेश के कई स्टार खिलाड़ियों से कहीं अधिक है।
रविवार तक चलने वाली इस नीलामी में 8 टीमों के फ्रेंचाइजी मालिक 182 खिलाडियों के लिए बोलियां लगाएंगे। नीलामी में बेन स्टोक्स फिलहाल सबसे महंगे खिलाड़ी के रूप में सामने आये हैं, जिन्हें राजस्थान रॉयल्स ने 12.5 करोड़ रूपये में खरीदा। लेकिन सबसे हैरानी की बात ये रही कि 2 करोड़ की बेस प्राइस वाले क्रिस गेल को अभी तक कोई खरीददार नहीं मिला। वहीँ भारतीय खिलाडियों की नीलामी में नैनीताल के मनीष पांडे सबसे महंगे खिलाडियों में सुमार हो गये हैं। मनीष पांडे को सनराइडर्स हैदराबाद ने 11 करोड़ रुपये में खरीदा है। साथ ही लोकेश राहुल को किंग्स इलेवन पंजाब ने 11 करोड़ में ख़रीदा।
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— IndianPremierLeague (@IPL) January 27, 2018
मनीष पांडे का जन्म नैनीताल के मध्यम वर्ग के परिवार में हुआ था। उनके पिता कृष्णनन्द पांडे इण्डियन आर्मी में अपनी सेवाएं दे चुके और उनकी माँ एक हाउस वाइफ़ थी। पिता का आर्मी में होने के कारण उनकी स्कूल शिक्षा केन्द्रीय विद्यालय से हुई। जब वे तीसरी कक्षा में थे, तब से ही उनकी रुचि क्रिकेट में जगी। मनीष की रुचि और मेहनत इस कारण वे जल्द ही स्कूल के कोच सतीश की नजरों में आये, जो कर्नाटक, हरियाणा और उड़ीसा की टीमों को कोचिंग दे चुके थे। कोच सतीश ने उनमें खेलने की जुनून और रनों की भूख देखी, जिससे प्रभावित होकर उन्होंने उन्हें कोचिंग देने का फैसला किया। वे जल्द ही छोटी सी उम्र में अपने जुनूनी खेल के छोटे-से-छोटे गुर सीखने लगे। जिस कारण वे हाई लेवल के खिलाड़ी बनते चले गए। खासतौर पर उनकी बैटिंग स्किल में ज्यादा सुधार हुआ, जिस कारण आज वे अपनी बैटिंग के लिए ज्यादा जाने जाते हैं। चूंकि मनीष के कोच सतीश एक नेशनल कोच थे और उस वक्त कर्नाटक की क्रिकेट टीम को कोचिंग भी दे रहे थे। उन्होंने जल्द ही मनीष को कर्नाटक टीम का हिस्सा बना दिया। इस तरह मनीष कर्नाटक के लिए खेलते हुए केरल के विरुद्ध 2007 में नेशनल टी-20 मैचों में डेब्यु किया। 14 जुलाई 2015 में मनीष को ज़िम्बाबे के विरुद्ध भारतीय टीम से ओडीआई मैचों में मौका दिया गया। उनकी जबरदस्त बैटिंग की बदोलत ही २०१८ की नीलामी में उनकी 11 करोड़ की बोली लगी, जबकि पिछली नीलामी में उनको मात्र 1 करोड़ रूपये में ख़रीदा गया था।