देहरादूनः प्रदेश की त्रिवेंद्र सरकार जल्द ही वेडिंग डेस्टिनेशन का खाका तैयार करने जा रही है। वेडिंग डेस्टिनेशन के स्वरूप को अमलीजामा पहनाने के लिए पर्यटन महकमे ने कवायद शुरू कर दी है। उत्तरकाशी से पिथौरागढ़ और पिथौरागढ़ से देहरादून तक उत्तराखंड के सभी मन को मोहने वाले खूबसूरत स्थानों पर वेडिंग डेस्टिनेशन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन महकमा ना सिर्फ देवभूमि में धार्मिक पर्यटन को बढ़ाने की हरसंभव कोशिश कर रहा है, बल्कि सैलानियों को आकर्षित करने के लिए वेडिंग डेस्टिनेशन जैसे पर्यटन स्थलों को भी बढ़ावा देने की हरसंभव कोशिश करने में जुट गयी है। ताकि ज्यादा से ज्यादा पर्यटक उत्तराखंड की तरफ रुख कर सके।
धरती का स्वर्ग कहे जाने वाले उत्तराखंड में हाल ही में गुप्ता बंधुओं की शादी काफी चर्चाओ में रही। जिसके बाद अब पर्यटन विभाग ने सबक लेते हुए वेडिंग डेस्टिनेशन की कार्य योजना को तैयार करने का निर्णय लिया है। उत्तराखंड की खूबसूरत वादियों में विशेष रूप से त्रिजुगी नारायण, औली और कुमाऊं के कई क्षेत्रों के साथ ही गढ़वाल मंडल की तीर्थनगरी हरिद्वार स्थित शांतिकुंज में वेडिंग डेस्टिनेशन को बढ़ावा देने की कवायद पहले ही तेज हो चुकी है। जिसके चलते अब पर्यटन महकमे ने प्रदेश के कुमाऊं और गढ़वाल दोनों ही क्षेत्रों के ऐसे स्थलों को चयन करने का मन बनाया है। जहां पर विवाह समारोह आयोजित किए जा सके।
पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने कहा है कि विशेष रूप से पर्यटन महकमे का वेडिंग डेस्टिनेशन की गाइडलाइन तैयार करने के दौरान मुख्य फोकस पर्यावरण संतुलन पर भी रहेगा, प्रदेश के सभी जिलों में वेडिंग डेस्टिनेशन की संभावनाओं को तलाश किया जाएगा, ताकि देवभूमि उत्तराखंड में जो लोग अपना विवाह समारोह आयोजित करना चाहते हैं वह उत्तराखंड पहुच कर विवाह समारोह आयोजित कर सकें। ऐसे में देखना होगा कि यदि सब कुछ ठीक-ठाक रहा तो पर्यटन महकमा आखिर कौन-कौन से स्थान वेडिंग डेस्टिनेशन चिन्हित कर कब तक तैयार कर पाएगा।