देहरादून: उत्तराखंड में आयुर्वेद इलाज को मंहगा करने की तैयारी चल रही है। इसके लिए निदेशालय जल्द प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजेगा। निदेशालय स्तर पर आयुर्वेद चिकित्सा में 5 से 10 गुना तक की बढ़ोतरी की जाएगी। फिलहाल इसके लिए प्रस्ताव बनाया जा रहा है।
प्रदेश में एलोपैथी चिकित्सा को महंगा करने के आदेश के बाद अब आयुर्वेद चिकित्सा में भी रेट रिवाइज करने की तैयारी चल रही है। हालांकि एलोपैथी में सरकार को बैकफुट पर जाना पड़ा था और फिलहाल बढ़े हुए शुल्क के आदेश को स्थगित भी करना पड़ा था। बहरहाल आयुर्वेद निदेशालय 5 से 10 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने का प्रस्ताव तैयार कर रहा है। बता दें कि राज्य स्थापना के बाद से ही अब तक आयुर्वेद चिकित्सा में रेट रिवाइज नहीं किए गए हैं।
ऐसे में अब निदेशालय स्तर पर ओपीडी पंजीकरण शुल्क बढ़ाने का प्रस्ताव तैयार किया जा रहा है। इसके अलावा आयुर्वेद दवाखानों में भी पंजीकरण शुल्क को जल्द बढ़ाया जाएगा। फिलहाल आयुर्वेद चिकित्सा में ओपीडी पंजीकरण शुल्क 1 से 2 रुपये है, जोकि बेहद कम माना गया है. माना जा रहा है कि पंजीकरण शुल्क को 5 से 10 रुपये तक किया जा सकता है।