देहरादून: लंबे समय से उत्तराखंड में क्रिकेट एशोसिएशन को मान्यता दिलाने के प्रयास किए जा रहे थे। क्रिकेट एशोसिएशनों का झगड़ा अभी भले ही नहीं सुलझा हो, लेकिन बीसीसीआई ने एक साल के लिए एडहाॅक कमेटी को मान्यता दे दी है। इससे जहां प्रदेश के क्रिकेटरों की उम्मीदों को पंख लगेंगे। वहीं, प्रदेश की अपनी रणजी टीम बनाने का रास्ता भी लगभग साफ हो गया है। बीसीसीआई ने बैठक के बाद जारी मिनटस में साफतौर पर कहा है कि, मान्यता मिलने के साथ ही उत्तराखंड 2018-019 के घरेलू सेशन में हिस्सा ले पाएगा। यह प्रदेश में क्रिकेट के लिहाज से बड़ी सफलता मानी जा सकती है।
हालांकि, प्रदेश की क्रिकेट एशोसिएशनों का झगड़ा बीसीसीआई के सामने भी नहीं सुलझ पाया। इसको देखते हुए बीसीसीआई ने बीच का रास्ता निकालते हुए एक साल के लिए एडहाॅक कमेटी बनाने के फैसले पर मुहर लगा दी। इसमें दो सदस्य बीसीसीआई, एक प्रतिनिधि सरकार से और एक प्रतिनिधि उत्तरांचल क्रिकेट एसोसिएशन, क्रिकेट एसोसिएशन आॅफ उत्तराखंड, यूनाइटेड क्रिकेट एसोसिएशन और उत्तराखंड क्रिकेट एसोसिएशन का रहेगा।
बीसीसीआई में सुप्रीमकोर्ट की ओर से नियुक्त की गई प्रशासनिक कमेंटी के प्रमुख विनोद राय ने बताया कि, मान्यता एक साल के लिए दी जा रही है। इसे जारी रखने के लिए एक साल के भीतर प्रदेश की सभी एशोसिएशन को मिलकर एक होना होगा। मान्यता मिलने से क्रिकेट प्रेमी खासे खुश हैं। क्रिकेट से जुड़े लोगों ने कहा कि, यह प्रदेश के युवाओं के लिए बहुत बड़ा मौका है। इससे उन युवाओं के सपने साकार होंगे जो क्रिकेट में अपना भविष्य संवारना चाहते हैं।