भराड़ीसैंण: बजट सत्र के दूसरे दिन हंगामे के साथ सदन की कार्यवाही शुरू हुई, इस दौरान सदन में प्रश्न काल का सिलसिला शुरू हुआ। जिसमें कांग्रेस ने बेरोज़गारी का मुद्दा उठाकर सरकार को घेरने का प्रयास किया। साथ ही कांग्रेस विधायक ममता राकेश ने श्रम मंत्री हरक सिंह रावत से पूछा कि भगवानपुर विधानसभा में पिछले 3 सालों में कामगार कल्याण बोर्ड के कितने कैंप लगाए हैं? जिस पर श्रममंत्री ने बताया कि पिछले तीन सालों में कोई कैंप नही लगा। इसी के साथ ही ममता राकेश ने ये भी पूछा कि भगवानपुर में पिछले तीन साल में कितने श्रमिकों के रजिस्ट्रेशन हुई और कितने नवीनीकरण हुए जिसमें श्रममंत्री हरक सिंह रावत ने बताया कि पिछले तीन सालों में 4202 श्रमिकों के पंजीकरण हुए हैं। ममता राकेश ने नवीनीकरण के नाम पर 1000 रुपये लिए जाने की भी बात कही जिसमें रावत बोले कि 100 रुपये से ज्यादा नवीनीकरण नही लिए जाते और अगर कहीं लिए गए हैं तो कार्रवाई की जाएगी।
श्रमिकों के लाभन्वित करने पर हरक सिंह रावत और कांग्रेस विधायक प्रीतम सिंह के बीच बहस हुई। प्रतिम सिंह का यह बोलना था कि पिछले तीन सालो में कितने श्रमिकों को प्रदेश में श्रमविभाग के द्वारा लाभान्वित किया गया है। और इस बात का जवाब हरक सिंह रावत नही दे पाए, जिसके बाद फिर से सवाल का जवाब न आने पर दोनों के बीच जमकर बहसबाज़ी हुई।
इसी के साथ कांग्रेस विधायक काजी निजामुद्दीन ने शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक से पूछा कि 2021 में होने वाले महाकुंभ मे तीर्थ यात्रियों द्वारा फैलाए जाने वाले कूड़े के निस्तारण के लिए एनजीटी के मानकों के अनुसार क्या व्यवस्था की गई हैं जिसमें कौशिक ने बताया कि एनजीटी के अनुसार व्यवस्था की जायेंगी। मंत्री के जवाब से विधायक काजी निजामुद्दीन असंतुष्ट दिखे और कहा कि सरकार महाकुंभ को हल्के मे ले रही है।
इसी तरह कई मुद्दों पर विपक्ष ने सरकार को घेरने की कोशिश की जिसके बाद सदन में प्रश्न काल समाप्त हुआ।