उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक 13 साल की दलित बच्ची के साथ ना केवल गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया, बल्कि उसकी आंखें भी फोड़ दी गई। उसकी जीभ काट डाली गई और उसके गले में फंदे डालकर उसे खेतों में घसीटा गया। ईसानगर थाने इलाके में रहने वाली यह नाबालिग घर से बाहर तो निकली, लेकिन वापस नहीं लौटी।
लड़की के पिता ने कहा है कि बदमाशों ने उनकी बेटी के साथ गैंगरेप के बाद उसकी आंखें निकाल लीं और उसकी जीभ भी काट दी। लड़की के पिता ने कहा हैं कि वह शुक्रवार दोपहर से ही लापता थी। उन्होंने कहा कि “हम लोगों ने उसे सब तरफ ढूंढा, गन्ने के खेत में उसकी लाश मिली। उसकी आंखें निकली हुई थीं। उसकी जुबान कटी हुई थी और दुपट्टे से उसका गला घोंटा हुआ था।”
लखीमपुर खीरी जिले में ईसानगर थाना क्षेत्र के पकरिया गांव की रहने वाली 13 साल की मासूम बच्ची अपने घर से शौच के लिए खेत गई थी। तभी गांव के ही रहने वाले दो युवकों ने नाबालिग बच्ची के साथ रेप किया और उसकी हत्या कर दी। मौत से पहले बच्ची को असहनीय पीड़ा दी गई। उसकी आंख फोड़ी गई व जुबान भी काट दी गई और उसके गले में फंदा डालकर उसे घसीटा गया। बाद में आरोपी शव को गन्ने के खेत में फेंककर घटनास्थल से फरार हो गए।
परिजनों ने गांव के ही रहने वाले संतोष यादव और संजय गौतम पर बच्ची के साथ रेप और हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने बच्ची के परिजनों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर दोनों युवकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर, बच्ची के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
15 अगस्त को पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में बच्ची के साथ गैंगरेप की पुष्टि हुई है, जिसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या और गैंगरेप का मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है, साथ ही NSA के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है।