उर्मिला मातोंडकर ने सीएए को बताया अंग्रेजों के काले कानून जैसा, रॉलेट ऐक्ट से की तुलना

Please Share

मुंबई: सीएए को लेकर बॉलीवुड दो धड़ों में बांटा है एक इसके समर्थन में खड़ा है तो दूसरा धड़ा इस कानून का विरोध कर रहा है। नागरिकता संशोधन कानून की अब ऐक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर ने आलोचना की है। उर्मिला ने नागरिकता संशोधन कानून की तुलना अंग्रेजों के रॉलेट ऐक्ट से की है। रॉलेट ऐक्ट को ब्रिटिश शासकों ने 1919 में प्रथम विश्व युद्ध के बाद पास कराया था और इस कानून को इतिहास में काले कानून की संज्ञा दी जाती है।

उर्मिला ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि 1919 में दूसरे विश्व युद्ध के खत्म होने बाद अंग्रेज यह समझ गए थे कि हिंदुस्तान में उनके खिलाफ असंतोष बढ़ रहा है। ऐसे में उन्होंने रॉलेट एक्ट जैसे कानून को भारत में लागू किया। वर्ष 1919 के इस रॉलेट एक्ट और 2019 के नागरिकता संशोधन कानून को अब इतिहास के काले कानून के रूप में जाना जाएगा।

You May Also Like