बिना डीएलएड पास के जो अनट्रेंड टीचर राजकिय, प्राइवेट, मदसरो और संस्कृत स्कूलो में पढा रहे है उन्हे हर हाल में अप्रैल 2019 तक ट्रेंड टीचर के लिए डीएलएड पास करना ही होगा, नही तो बिना डीएलएड के 2019 बाद वह शिक्षक नही कहलाएंगे।
प्रारंभिक शिक्षा में सुधार की दिशा में केंद्र सरकार ने बडा कदम उठाते हुए प्राथमिक और जूनियर स्कूलों के शिक्षको के लिए डीएलएड अनिवार्य कर दिया है, जिसके तहत स्कूलों में पढा रहे शिक्षको को ट्रेंड टीचर की ट्रेनिंग हर हाल में करनी ही होगी। इसके लिए सरकार ने शिक्षको को ट्रेंड टीचर की ट्रंनिग के लिए स्वयं पोटल के माध्यम से ऑनलाइन ट्रेनिंग की सुविधा दी है साथ ही दूरदर्शन पर भी स्वयं प्रभा कार्यक्रम के जरिए अनट्रेंड टीचर ट्रेंड टीचर की ट्रेंनिग ले सकते है।
स्वयं पोटल और दूरदर्शन पर स्वयं प्रभा कार्यक्रम के जरिए ट्रेनिग लेने वाले टीचर ऑन लाइने टेस्ट देक रही डीएलएड की परिक्षा पास करेंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर ने बकायदा विडियों कांफ्रेसिंग के जरिए एक साथ सभी राज्य को इस बाबत निर्देश दे दिए है। वहीं उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री भी विडियो कांफ्रेसिंग से जुडे और केंद्र सरकार के इस फैसले का समर्थन करते हुए केंद्र को इस फैसले को लागू करने के लिए बधाई भी दी।
उत्तराखंड की बात करे तो उत्तराखंड के प्राइवेट स्कूलों को लेकर तो कोई आंकणा बताया नही जा सकता है कितनी टीचर अनड्रेंड है लेकिन राजकीय शिक्षको की बात करे तो करीब दो हजार शिक्षक अंट्रेंड है जिन्हे डीएलएड हर हाल में दो साल की भीतर करना ही होगा नही तो दो साल बाद सरकारी शिक्षको को आयोग्य करार दे दिया जाएगा। वहीं यूपी में करीब दो लाख से ज्यादा सरकारी शिक्षको को डीएलएड करना होगा।