देहरादून: उन्नाव कांड को लेकर यूपी सरकार के विरुद्ध प्रदेश में भी जगह जगह लोगो का आक्रोश फूट रहा है। बुधवार को राजधानी देहरादून सहित कई जिलों में यूपी सरकार का पुतला फूंका गया । उन्नाव की गैंगरेप पीड़िता को इंसाफ ना मिलने से नाराज़ है। संगठनों ने आरोप लगाया की योगी सरकार के राज मे महिलाए सुरक्षित नही है ।
बता दे की देहरादून, मसूरी और बागेश्वर में बुधवार को उन्नाव कांड को लेकर यूपी सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन किया गया। देहरादून में महिला कांग्रेस ने विधायक कुल्दीप सेंगर और सीएम योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका । उन्होंने कहा की वह उन्नाव की गैंगरेप पीड़िता को इंसाफ ना मिलने से नाराज़ है। योगी सरकार के राज मे महिलाएं सुरक्षित नही है। उन्होंने कहा की पीड़ित परिजनों का एक्सीडेंट साजिश के तहत कराया गया है ।
मसूरी कांग्रेस महिला कांग्रेश अध्यक्ष जसवीर कौर ने कहा कि जो उन्नाव में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह द्वारा जो एक युवती के साथ बलात्कार किया गया था उस प्रकरण में युगी आदित्यनाथ ने कोई एक्शन नही लिया ओर बाते उन्होंने बड़ी बड़ी कही थी कि हमारे उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षित है उनके लिए एक महिला स्कुवेड का गठन किया गया है। परन्तु आज वो सब व्यवस्था खत्म हो चुकी है। कंही कुछ नही हो रहा है और आज महिला पूरे देश मे कंही सुरक्षित नही है और हमारा भारत देश ऐसे देशो में नंबर वन है जंहा आज महिला सुरक्षित नही है। और इस महिला के साथ एक्सीडेंट करवाया गया ताकि ये बयान ना दे सके उसके परिवार को डराया जा रहा है इसलिए आज हमने आदित्यनाथ का पुतला फूंका है और उन्हीने शीघ्र ही उनके इस्तीफे की मांग की।
उन्नाव रेप कांड के आरोपी विधायक को फांसी की मांग
बागेश्वर में भी कोंग्रेसियो ने आज उग्र प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी व् मोदी सरकार का पुतला फूंका गया। सभी कार्यकर्ताओं की एक मांग सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में उन्नाव रेप काण्ड की सीबीआई जाँच कर आरोपी विधायक को फांसी की सजा हो। उन्होंने कहा कि सबसे ज्यादा दुख की बात यह है कि भारतीय संसद में सर्वाधिक महिला सांसद चुने जाने के फलस्वरूप भी किसी ने इस जघन्य अपराध के खिलाफ आवाज नही उठाई।
आपको बता दे की (यूपी) बीजेपी के विधायक कुलदीप सैंगर बलात्कार के आरोप में तलब है और 2018 से वर्तमान तक हिरासत में है। पीड़ित बालिका जिसने विधायक पर आरोप लगाया है उसके पिता, चाचा, चाची सबकी रहस्यमय मौत हो चुकी है तथा स्वयं बालिका की गाड़ी को ट्रक द्वारा दुर्घटनाग्रस्त कर दिया गया जबकि बालिका द्वारा पिछले 1 महीने से मिल रही धमकियों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में जान सलामती की गुजारिश की जा रही थी।