देहरादून: मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह से गुरूवार को सचिवालय में यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम के सदस्यों ने कन्सल्टेंट जेकब जे.सिमोनसेन के नेतृत्व में मुलाकात की। मुलाकात के दौरान मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने यूएनडीपी से वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट, सस्टेनेबल डेवलपमेंट पार्टनरशिप, आजीविका, सोलर, पवन ऊर्जा, माइक्रोहाइडिल परियोजना, स्वास्थ्य व पेयजल के क्षेत्र में प्रदेश में संचालित योजनाओं में यूएनडीपी से तकनीकि सहयोग एवं दक्ष मानव संसाधन तैयार करने के संबंध में सहयोग की अपेक्षा की। मुख्य सचिव ने कहा कि हमारे पास आय के पर्याप्त श्रोत उपलब्ध है। जिन्हें बढाने हेतु यूएनडीपी से तकनीकि सहयोग की आवश्यकता है। उन्होंने वर्तमान में जलवायु परिवर्तन के मध्य नजर यूएनडीपी द्वारा विभिन्न देशों में किये गये कार्यों के अनुभव का प्रदेश में उपयोग की अपेक्षा की। मुख्य सचिव ने प्रदेश में वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट में भी यूएनडीपी से तकनीकि सहयोग की अपेक्षा की।
कन्सल्टेंट यूएनडीपी जेकब जे.सिमोनसेन ने उतराखण्ड में पर्यटन, जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन, एरोमेटिक प्लांट, लघु उद्योग, स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की ब्राडिंग, आजीविका सुरक्षा आदि क्षेत्र में यूएनडीपी द्वारा तकनीकि सहयोग देने को कहा।
एडिशनल कंट्री डायरेक्टर यूएनडीपी डॉ.राकेश कुमार ने कहा जलवायु चैलेंजेस के क्षेत्र में वन विभाग के साथ मिलकर यूएनडीपी द्वारा आवश्यक प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने यूएनडीपी के सहयोग से आजीविका के क्षेत्र में हरियाणा की तर्ज पर प्रदेश के उत्पादों की ब्रांडिंग तथा वेस्ट मैनेजमेंट प्रोजेक्ट में सहयोेग दिये जाने को कहा।
अपर मुख्य सचिव राधा रतूडी ने महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास के लिये प्रदेश में संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। इन योजनाओं को अधिक प्रभावी बनाने के लिये उन्होंने यूएनडीपी से तकनीकि सहयोग की अपेक्षा की।
प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास मनीषा पंवार ने ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित आजीविका कार्यक्रम में यूएनडीपी से क्षमता विकास की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि यहां पर ऊन से जुडे परियोजनाओं में ग्रामीण युवाओं के रोजगार एवं आर्थिकी विकास के पर्याप्त संभावनाएं है। इस क्षेत्र में तकनीकि सहयोग की अपेक्षा की।
सचिव ऊर्जा राधिका झा ने लघु जल विद्युत परियोजना, सोलर, पवन ऊर्जा परियोजनाओं में तकनीकि सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने विशेषकर पावर ट्रांसमिशन क्षेत्र में यूएनडीपी द्वारा सहयोग की अपेक्षा की गई।