देहरादून: उत्तराखण्ड राज्य में सक्षम व अनुकूल विदेशी व्यापार एवं सवंद्धर्न हेतु तथा बुनियादी ढांचे की आवश्यकता हेतु राज्य स्तर पर समेकित प्रयासो की आवश्यकता के दृष्टिगत डाॅ अनूप वधावन वाणिज्य सचिव वाणिज्य मंत्रालय भारत सरकार की अध्यक्षता में उद्योग निदेशालय देहरादून के तत्वाधान में “उत्तराखण्ड के निर्यात रणनीति” की तैयारी पर निर्यातकों, व्यापार संघो विभिन्न विभागो के साथ 12 दिसंबर 2018 देहरादून मे परिचर्चा का आयोजन किया गया है।
बैठक में संयुक्त सचिव वाणिज्य मंत्रालय भारत सरकार, सचिव कुषि व बागवानी उत्तराखण्ड सरकार डीजीएफटी के वरिष्ठ अधिकारी अध्यक्ष एपीईडीए व निदेशक उद्योग, सीएमडी CONCOR अन्य भी उपस्थित रहें।
परिचर्चा के दौरान निर्यातकों द्वारा वाणिज्य सचिव महोदय को निर्यात इेतु बुनियादी सुविधाओं जैसे मल्टीमिडिया लाजिस्टिक पार्क, सीएफसी सुविधाओं में परीक्षण प्रयोगशाला कनेक्टिविटी, कस्टम और जीएसटी से संबधित आने वाली कठिनाईओं से अवगत कराया गया।
सचिव महोदय द्वारा सभी बातों का संज्ञान लिया गया उन्होंने कहा कि राज्य की Export Strategy में निर्यात के लिए आवश्यक सभी बिन्दुओं को सम्मिलित किया जाए। निर्यात हेतु Potential sectors को चिन्हिकरण कर उपयुक्त निर्यात नीति बनाई जाए। निर्यातकों की सुविधा हेतु single window system को अधिक सशक्त बनाया जाए। उन्होने यह भी बताया कि उत्तराखण्ड में कृषि उद्योग एवं सेवा क्षेत्रों में 10 प्रतिशत, 15 प्रतिशत, 40 प्रतिशत, हिस्सेदारी है इसलिए इन क्षेत्रों में विशेषकर कृषि और एमएसएमई उद्योगों में निर्यात बठाने कि बहूत सम्भावनाए है और इसके लिए किसानो को आर्गेनिक उत्पादन मे जागरूकता की आवश्कता है जिससे पश्चििमी व यूरोपियन देशों की माॅग को पूरा किया गया।